दिल्ली। लद्दाख में चीनी सेना की दगाबाजी से पूरे देश में गुस्सा है। अब सरकार ने भी अपने सैनिकों को फ्री हैंड दे दिया है। चीन के साथ लगने वाली करीब पैंतीस सौ किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात सशस्त्र बलों को चीनी सैनिकों के किसी भी दुस्साहस का करारा जवाब देने की पूरी आजादी सरकार ने दे दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के टाप कमांडरों के साथ बैठक कर पूर्वी लद्दाख में हालात की समीक्षा की। सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि रक्षा मंत्री ने सेना के जमीनी कमांडरों को हथियारों के इस्तेमाल की इजाजत दे दी है। गौरतलब है कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच दशकों से यह समझौता चला आ रहा था कि टकराव के दौरान कोई भी पक्ष हथियारोंं की शक्ति का इस्तेमाल नहीं करेगा। इसके साथ ही सरकार ने सेना के तीनों अंगों को सीमा पर चीन के साथ तनाव के मद्देनजर हथियार एवं गोला-बारूद खरीदने के लिए प्रति खरीद 500 करोड़ रुपये तक की अतिरिक्त सहायता की वित्तीय शक्तियां भी प्रदान कर दी हैं। सरकार ने सेना को चीन से निपटने के लिए फ्री हैंड कर दिया है।