छुईखदान जनपद की उदान पंचायत का मामला
राजनांदगांव(दावा)। ग्राम पंचायतों में पंचायत सचिवों के द्वारा शासकीय राशि की हेराफेरी की शिकायतें तो आम हो चुकी है, किंतु छुईखदान विकासखंड की ग्राम पंचायत उदान में एक ऐसा मामला आया है, जहां करीब दस वर्षों तक जमे रहे पंचायत सचिव द्वारा तबादला होने के कारण पंचायत के रिकार्ड को ही गायब कर दिया, ताकि भ्रष्टाचार की पोल न खुलने पाए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामला छुईखदान विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत उदान का है। यहां सुखनंदन सोनवानी पंचायत सचिव के पद पर लंबे समय तक पदस्थ थे। इस बीच ग्रामीणों द्वारा पंचायत के कामकाज में गड़बड़ी और मनमानी की शिकायत के बाद उनका तबादला आदेश जिला पंचायत सीईओ द्वारा जारी किया और सवि को उदान से स्थानांतरित कर कांशीटोला पंचायत भेजा गया। कांशीटोला में पदभार ग्रहण के पहले सचिव को उदान के नए पंचायत सचिव मधु जंघेल को चार्ज दिया जाना था, किंतु अभी तक चार्ज नहीं दिया गया है। इस बारे में जब पंचायत सचिव मधु जंघेल द्वारा सचिव सुखनंदन सोनवानी से चार्ज देने की मांग की जाती है तब यह कहा जाता है कि पंचायत की आलमारी का ताला टूट गया है, इसलिए अधिकांश रिकार्ड गायब हो चुके हैं। इस तरह नए सचिव को चार्ज नहीं मिलने से पंचायत का कामकाज प्रभावित हो रहा है। इस मामले को लेकर दो जुलाई को वर्तमान सरपंच नीरा मेहर, पूर्व सरपंच रामेश्वर वर्मा, उपसरपंच बलराम जंघेल, पंच जनता राम, हलधर आदि के द्वारा छुईखदान पुलिस को लिखित शिकायत में आरोप लगाया गया कि सचिव सोनवानी द्वारा जानबूझकर पंचायत के रिकार्ड को गायब कर दिया गया है, ताकि गड़बडिय़ों की पोल न खुल सके। पंचायत की आलमारी का ताला टूटा है तो सचिव द्वारा थाने में चोरी की रिपोर्ट दर्ज क्यों नहीं कराई गई? क्योंकि पंचायत की आलमारी सचिव के पास ही रहती थी। अत: इस मामले की जांच कर उचित कार्यवाही की जाए। वहीं नए सचिव मधु जंघेल पंचायत में अपनी उपस्थिति दे चुके हैं, उसके बाद भी सचिव सोनवानी द्वारा चार्ज नहीं दिया जा रहा है।