राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं और बहुमत के लिए 101 विधायकों का समर्थन जरूरी है। अभी कांग्रेस के पास अपने 107 विधायक हैं और 13 निर्दलीय के सहयोग से वह सरकार चला रही है।
राजस्थान। की सियासत के लिए सोमवार का दिन निर्णायक साबित होने जा रहा है। सचिन पायलट के बागी तेवर जारी हैं, वहीं अशोक गहलोत भी डटे हैं।विधायक दल की बैठक से तस्वीर साफ हो जाएगी। इस बीच, देर से ही सही लेकिन गांधी परिवार ने मोर्चा संभाल लिया है। खबर है कि राहुल गांधी ने सचिन पालयट से सम्पर्क करने कोशिश की। वहीं प्रियंका गांधी ने कहा कि यह नए बनाम पुराने नेताओं का मामला है। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सरकारी आवास पर बुलाई गई बैठक में 17 विधायक नहीं पहुंचे। इन्हें सचिन पायलट गुट का मना जा रहा है।
इससे पहले, राजस्थान संकट हल करने के लिए जयपुर भेजे गए रणदीप सुरजेवाला, अजय माकण और अनिवाश पांडे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सुरजेवाला ने कहा कि वैचारिक मतभेद हो सकता है, लेकिन सभी लोग मिलकर राजस्थान की भलाई के लिए काम करें। सभी विधायक और मंत्री कैबिनेट बैठक में पहुंचे। यदि किसी को कुछ शिकायत है तो वह सोनिया गांधी से बात कर सकते हैं। सुरजेवाला ने बताया कि कांग्रेस नेतृत्व की ओर से सचिन पायलट से सम्पर्क साधने की कई बार कोशिश की गई है। यदि कोई नेता नाराज हैं तो भी पार्टी के दरवाजे खुले हैं। ये नेता विधायक दल की बैठक में आएं, अपनी बात कहें, हर समस्या का हल निकाला जाएगा।
इस बीच, कैबिनेट बैठक से पहले कांग्रेस ने कहा कि 107 में से 90 विधायक पहुंच चुके हैं। सचिन पायलट का कांग्रेस छोड़ना भी तय माना जा रहा है। कल तक बगावती तेवर दिखाते नजर आ रहे प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने साफ कर दिया है कि वे भाजपा में शामिल नहीं होंगे। एक टीवी चैनल से बातचीत में देर रात उन्होंने यह बात कही। इसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या सचिन पायलट अलग पार्टी बनाएंगे।
यदि ऐसा होता है तो वे गुर्जर समाज को लेकर नई पार्टी बना सकते हैं। इस बीच, सचिव पायलट का कांग्रेस से बाहर होना लगभग तय है। विधायक दल की बैठक जयपुर में चल रही है और सचिन पायलट अपने समर्थक एक दर्जन विधायकों के साथ दिल्ली तथा मानेरस में हैं। ऐसे में ये लोग व्हीप का उल्लंघन करने का मन बना चुके हैं। Sachin Pilot के हवाले से कहा जा रहा है कि वे विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होने की बात कह चुके हैं।
विधायक दल की बैठक के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह व्हीप जारी कर दिया है। यानी जो विधायक इस बैठक में शामिल नहीं होगा, उसकी विधायकी खतरे में आ जाएगी। विधायक दल की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव रखा जाएगा कि जो विधायक बैठक में मौजूद नहीं हैं, उन्हें अयोग्य करार कर दिया जाए।
रणदीप सुरजेवाला की प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बातें: सुरजेवाला ने कहा परिवार में बर्तन होते हैं तो खड़कती ही हैं जो भी बात है वह आकर परिवार में करें परिवार से टूटकर उनका भला होगा ना पार्टी का भला होगा। सुरजेवाला ने सचिन पायलट से की भावनात्मक अपील और कहां जो भी नाराजगी है उसे पार्टी फोरम पर व्यक्त करें और पार्टी खुले मन से उनको और जो भी अन्य विधायक हैं उन्हें सुनने के लिए तैयार है। पायलट से पार्टी नेतृत्व और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पिछले 48 से 72 घंटे में कई बार बातचीत की कोशिश की है। व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा हो सकती है लेकिन इसके लिए राजस्थान के हितों को कुर्बान नहीं किया जा सकता
केएल पुनिया ने कही बड़ी बात, फिर पलटे: राजस्थान में जारी सियासी हलचल के बीच कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने बड़ा बयान दिया है। छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रभारी पुनिया ने कहा, सचिन पायलट अब बीजेपी में हैं। हालांकि बाद में सफाई दी कि उन्होंने यह बात ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए कही थी।
राजस्थान विधानसभा का गणित: राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं और बहुमत के लिए 101 विधायकों का समर्थन जरूरी है। अभी कांग्रेस के पास अपने 107 विधायक हैं और 13 निर्दलीय के सहयोग से वह सरकार चला रही है। भाजपा के अपने 72 और 8 सहयोगी हैं।
गहलोत के करीबियों के यहां आयकर छापे: सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी धर्मेंद्र राठौड़ और राजीव अरोरा के यहां आयकर छापे मारे गए। दोनों ज्वेलर्स हैं। कांग्रेस ने इसे केंद्र सरकार की साजिश बताया है।
कांग्रेस कर रही बहुमत का दावा: इस बीच, कांग्रेस ने बहुमत का दावा किया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि उनके पास 110 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी है। अब सभी की नजर इस बात पर है कि Sachin Pilot और उनके समर्थक विधायक बैठक में आते हैं या नहीं। बीते दिनों, जब अशोक गहलोत ने अपने मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई थी, तब भी Sachin Pilot शामिल नहीं हुए थे। सचिन पायलट ने रविवार को कहा था कि उन्हें 30 विधायकों का समर्थन हासिल है और इस तरह अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है।
भाजपा ने कांग्रेस पर कसा तंज: राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर भाजपा और कांग्रेस के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। कल कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा था कि मुझे कांग्रेस को लेकर चिंता हो रही है। क्या हम तब जागेंगे जब सभी घोड़े अस्तबल से भाग जाएंगे। इस पर राजस्थान भाजपा के नेता ओम माथुर ने सोमवार को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि घोड़े वहीं जाएंगे जहां हरियाली होगी।
राजीव गांधी फाउंडेशन के साथ काम करने वाले विधायक पर सरकार गिराने के प्रयास का आरोप
राजस्थान में जिन तीन निर्दलीय विधायकों के खिलाफ सरकार को गिराने के प्रयास और खरीद-फरोख्त को लेकर मामला दर्ज किया गया है, वे अब जांच एजेंसियों के रडार पर आ गए हैं। रविवार को इनके खिलाफ राज्य भ्रष्टचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने छानबीन शुरू कर दी। इन विधायकों ने कहा कि वे कांग्रेस के साथ हैं। उनके बारे में गलत निर्णय किया गया है। उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया गया, जिससे उनके खिलाफ जांच हो। इसमें से एक निर्दलीय विधायक खुशबीर सिह जोजावर तो पिछले दो दशक से राजीव गांधी फाउंडेशन के साथ जुड़े हुए हैं।