राजनांदगांव(दावा)। कोरोना संक्रमण को कंट्रोल करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा गुरुवार की आधी रात से शहर में पूर्ण लॉकडाऊन की घोषणा की गई है। व्यापारी व चेंबर ऑफ कामर्स ने इसका विरोध शुरुकर दिया था। मामले को लेकर बुधवार को जिला प्रशासन के साथ व्यापारियों की बैठक हुई। बैठक में कलेक्टर टीके वर्मा ने हालातों को लेकर व्यापारियों से चर्चा की। कलेक्टर की समझाईश बाद व्यापारी लॉकडाऊन का समर्थन करने तैयार हो गए हैं और बंद का समर्थन करने राजी हो गए हैं।
गौरतलब है कि व्यापारियों ने लॉकडाउन के विरोध करने की मंशा बना ली थी, जिसके लिये मंगलवार को तेरापंथी भवन में बैठक भी ली गई थी, लेकिन बुधवार को कलेक्टर से मुलाकात करने के बाद कलेक्टर के समझाने के तरीके से व्यापारी मान गये हैं। कलेक्टर से मुलाकात करने वालों में चैम्बर के संरक्षक खूबचंद पारख, चैम्बर के अध्यक्ष ज्ञान चंद बाफना, शरद चितलांग्या, इलेक्ट्रॉनिक संघ के अध्यक्ष योगेश बागड़ी, कपड़ा व्यापारी संघ के अध्यक्ष धीरूभाई पटेल एवं सचिव दिनेश जैन (डीके) चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं व्यापारी संघ के पदाधिकारियों ने मुलाकात कर चर्चा की। चेंबर के अध्यक्ष ज्ञानचंद बाफना ने बताया कि कोरोना के चलते बार-बार लाकडाउन से कारोबार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है, इसलिए इसका विरोध करने का निर्णय लिया गया था, किंतु जिला प्रशासन के आग्रह को मानते हुए अब सहयोग करने का निर्णय लिया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों सहित जिले की नगरीय निकायों में छूट
कोरोना संक्रमण को रोकने राजनांदगांव नगर निगम क्षेत्र में गुरूवार की आधी रात से सात दिनों के लिए पूर्ण लाकडाउन का निर्णय जिला प्रशासन द्वारा लिया गया है, इसके उलट जिले के ग्रामीण क्षेत्रों और नगरीय निकाय क्षेत्रों को लाकडाउन से पूरी तरह अलग रखा गया है। यानि नगरीय निकाय क्षेत्रों में शासन द्वारा पूर्व जारी गाइड लाइन के अनुसार दुकानें खुलेंगी और बंद होंगी। इसके अलावा आवागमन पर कोई रोक नहीं रहेगी। पूर्व की भांति मास्क, सोशल डिस्टेंस जैसे नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।