बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है, जहां एक कमरे में बंद 50 गायों की मौत हो गई। ग्रामीणों के मुताबिक कोरोना के कहर को देखते हुए छोटे से पंचायत भवन को अस्थायी गौठान बना दिया गया था। जिसमें क्षमता से ज्यादा गायों को रखा गया, जिससे दम घुटने से उनकी मौत हो गई। मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बिलासपुर कलेक्टर के मुताबिक तखतपुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले मेडपार ग्राम पंचायत में एक पुराना पंचायत भवन है। वहां पर 60 गायों को बंद करके रख दिया गया था। जब धीरे-धीरे इलाके में दुर्गंध फैली तो अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। जब दरवाजा खोला गया तो सबके होश उड़ गई। सभी 60 गायें बेसुध पड़ी थीं। बाद में पशु चिकित्सक आए और 50 गायों को मृत घोषित कर दिया, जबकि 10 गायों का इलाज जारी है। उनके मुताबिक मृत गायों का पोस्टमार्टम करवाकर उन्हें दफना दिया गया है। साथ ही जिला प्रशासन ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
वहीं लापरवाही की ये घटना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास भी पहुंच गई। सीएम बघेल ने कहा कि ये दुर्भाग्य की बात है। उन्होंने इस मामले में कलेक्टर को जांच करने और कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कई जानवरों को एक छोटी सी जगह में रखा गया था, इसलिए उनकी मौत दम घुटने से हो गई। फिलहाल मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।