गुरुवार को सुबह से रात तक होती रही तेज बारिश, लोगों के दिनचर्या पर पड़ा असर
राजानांदगांव (दावा)। पड़ोसी राज्य में बने चक्रीय चक्रवात के प्रभाव की वजह से छतीसगढ़ के मौसम में बदलाव आया है। राजनांदगांव में बुधवार रात से शुरू हुई हल्की से मध्यम बारिश गुरुवार सुबह और फिर देर शाम तक जारी रही। लंबे समय बाद जिले में गुरुवार को दिनभर तेज बारिश हुई। भादो माह में सावन से झड़ी लगी रही। झमाझम बारिश से जहां नदी नाले उफान पर आ गए है। वहीं शहर के निचली बस्तियों में पानी भरने से रहवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। गौरतलब है कि मौसम विभाग द्वारा 27 अगस्त को प्रदेश सहित जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया था। गुरुवार को सुबह से ही तेज बारिश शुरु हुई और यह दौर रात तक जारी रहा। दिनभर की झड़ी से मौसम सुहाना हो गया। वहीं बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे।
गंडई में सर्वाधिक 36 मिमी बारिश हुई
बुधवार से गुरुवार सुबह तक गंडई में सर्वाधिक 36 मिलीमीटर बारिश का रिकार्ड दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक फिलहाल मौसम ऐसा ही रहेगा। 28 को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग से मिले आकड़ों के मुताबिक बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक अंबागढ़ चौकी में 15.4, डोंगरगांव में 17.6, डोंगरगढ़ में 18.5, राजनांदगांव में 25.6, छुईखदान में 23.9, खैरागढ़ में 9.3, छुरिया में 13.7, मोहला में 14.1 और मानपुर में 18.0 मिमी बारिश दर्ज की गई।
किसानों के चेहरे में आई खुशी
झमाझम बारिश से मुरझा रहे धान के फसलों में जान आई है। वहीं फसलों में कीट प्रकोप का खतरा कम होने के आसार है। बारिश नहीं होने से गर्मी व उमस की वजह से फसलों में तना छेदक व गंगई बीमारी फैल रहा था। तेज बारिश के बाद मौसम में बदलाव आने से कीट प्रकोप कम होने की संभावना है। फिलहाल तेज बारिश से किसानों के चेहरों में खुशी देखी जा रही है।
निचली बस्तियों में भरा पानी, निगम की खुली पोल
झमाझम बारिश से शहर के निचली बस्तियों चिखली, राम नगर, शंकरपुर, शांति नगर, नंदई, राजीव नगर, बंसतपुर क्षेत्र सहित अन्य जगहों पर पानी निकासी नहीं होने से घरों के सामने पानी जाम हो गया। रहवासियों ने बताया कि क्षेत्र के नालियों की लंबे समय से सफाई नहीं होने से पानी निकासी नहीं हुई और गंदा पानी घरों के सामने जाम रहा। वहीं दिन भर की बारिश से लोगों के दिनचर्या पर भी असर पड़ा।
आज भी कहीं-कहीं पर भारी वर्षा का पूर्वानुमान
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा के मुताबिक एक सुस्पष्ट चिन्हित निम्न दाब का क्षेत्र झारखंड के दक्षिण पश्चिम भाग में स्थित है इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। मानसून द्रोणिका बहराइच, वाराणसी से होते हुए दीघा और उसके बाद दक्षिण पूर्व दिशा की ओर उत्तर बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। प्रदेश में गुरुवार को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हुई। 28 अगस्त को प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। प्रदेश के कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी तथा एक-दो स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है। 28 अगस्त को प्रदेश के उत्तर पश्चिम में स्थित बिलासपुर, सरगुजा, दुर्ग, रायपुर संभाग के जिले और इससे लगे जिलों में भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है।