नई दिल्ली। भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का 84 वर्ष की उम्र में सोमवार को निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। कोमा में चल रहे पूर्व राष्ट्रपति ने आर्मी अस्पताल में आखिरी सांस ली।
पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी के निधन की जानकारी उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट करके दी। उल्लेखनीय है कि प्रणब दा की 21 दिन पहले कोरोनावायरस (Coronavirus) रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रणब दा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी के निधन की सूचना मिली। उनके निधन से एक युग का अंत हो गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने हमारे राष्ट्र के विकास पथ पर एक अमिट छाप छोड़ी है। प्रणब दा एक विद्वान व्यक्ति, बड़े राजनेता होने के साथ ही ऐसे व्यक्ति थे जिनकी समाज के सभी वर्गों द्वारा प्रशंसा की गई।
वहीं, भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि वे भारतीय राजनीति में खालीपन छोड़ गए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया।
कांग्रेस और देश के दिग्गज नेता रहे प्रणब दा 2012 से 2017 तक भारत के राष्ट्रपति रहे। इससे पहले वे छह दशकों तक राजनीति में सक्रिय रहे और उन्हें कांग्रेस का संकटमोचक माना जाता था। 2019 में उन्हें सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया।