लॉकडाऊन के बाद भी दुकान खोलने पर जिला प्रशासन की कार्रवाई
राजनांदगांव(दावा)। शहर में कोरोना महामारी का प्रकोप चरम पर है। वहीं मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। खतरा को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा 5 से 12 सितम्बर तक शहर में पूर्ण लॉकडाऊन किया गया है। इसमें मेडिकल सेवा को छोड़ अन्य दुकानों को खोलने प्रतिबंधित किया गया है। वहीं दूध डेयरी में सिर्फ दूध की बिक्री करने 4 घंटे की छूट दी गई है। बावजूद इसके कुछ डेयरी व फल दुकान संचालकों द्वारा कोरोना प्रोटोकाल की धज्जियां उड़ाते दूध के अलावा अन्य सामानों की बिक्री की जा रही थी। इन दुकानों को जिला प्रशासन ने सील करने की कार्रवाई की है।
सुरभि, कान्हा और अन्नपूर्णा डेयरी में कार्रवाई
लॉकडाउन में दूध कारोबार करने की मिली छूट का फायदा उठाते हुए अन्य सामान की बिक्री करने के मामले में जिला प्रशासन ने तीन डेयरी दुकान को सील करने की कार्रवाई की है। नायाब तहसीलदार के नेतृत्व में मानव मंदिर के पास स्थित सुरभि डेयरी, कान्हा डेयरी और अन्नपूर्णा डेयरी में शनिवार को अफसरों ने दबिश देकर प्रतिष्ठान की तालाबंदी कर दी है। लॉकडाउन के पहले दिन हुई इस कार्रवाई से हडक़ंप मच गया है। प्रशासन ने दूध कारोबारियों को 4 घंटे की मोहलत देकर सिर्फ दूध बेचने की ही अनुमति दी है। इसके अलावा नियमों को तोडऩे पर प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करने का ऐलान किया था।
थोक फल सब्जी मार्केट में 5 दुकान सील
बताया जा रहा है कि सुरभि, कान्हा और अन्नपूर्णा डेयरी संचालक द्वारा लॉकडाउन में लागू शर्तों को दरकिनार कर दूध-दही के साथ-साथ दूसरे सामानों की भी बिक्री की जा रही थी। जिसके चलते प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए डेयरी को सील कर दिया है। इस संबंध में तहसीलदार रमेश मोर ने दावा को बताया कि पाबंदी के बावजूद डेयरी में दूसरे सामान बेचे जा रहे थे। जिसके चलते यह कार्रवाई की गई है। वहीं अधिकारियों ने थोक फल मंडी में दुकान खोलकर दुकान संचालन करने पर दुकान नंबर 1, 8, 16, 17 और 18 को भी सील करने की कार्रवाई की है। सप्ताहभर के लॉकडाउन में प्रशासन ने किसी भी तरह की लापरवाही और नियमों को तोडऩे वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए चेताया है। शनिवार को हुई कार्रवाई के जरिये प्रशासन ने अपना कड़ा रूख साफ कर दिया है।