मॉस्को। दुनियाभर में कोरोनावायरस संक्रमण की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। कोरोनावैक्सीन को लेकर दुनियाभर में खोज चल रही है। इस बीच रूस की सरकार कोरोनावैक्सीन को आम जनता के लिए उपलब्ध करवाने जा रही है। अब रूस द्वारा निर्मित वैक्सीन के आने व मशहूर मेडिकल जर्नल में स्पूतनिक V को प्रमाणिक बताए जाने के बाद अब रूसी सरकार कोरोना वैक्सीन को अपने देश में आम जनता के लिए उपलब्ध कराने जा रही है।
रूसी न्यूज एजेंसी TASS के मुताबिक स्पूतनिक वैक्सीन को स्वास्थ्य मंत्रालय की अनुमित के बाद व्यापक रूप से उपयोग के लिए इसे जारी किया जाएगा। रशियन एकेडमी ऑफ साइंस के डेप्युटी डायरेक्टर डेनिस लोगुनोव (Denis Logunov) ने कहा कि इस दवा को मेडिकल वॉच डॉग Roszdravnadzor की गुणवत्ता जांच को पास करना होगा।
10-13 सितंबर के बीच इस वैक्सीन के नागरिकों को इस्तेमाल करने के लिए अनुमति प्राप्त करनी है। लोगुनोव के अनुसार वैक्सीन सबसे पहले उन्हें दी जाएगी, जिन्हें संक्रमण से सबसे ज्यादा खतरा है। इस वैक्सीन का नाम रूस की पहली सैटेलाइट स्पूतनिक के नाम पर रखा गया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 11 अगस्त को दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन को लॉन्च किया था। लैंसेट जर्नल के अनुसार शुरुआती ट्रायल में इस वैक्सीन का कोई गंभीर साइड इफेक्ट सामने नहीं आया है।
वैक्सीन के लिए भारत से मिलाया हाथ : टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में रूस के राजदूत निकोलेय कुशादेव ने कहा कि रूस ने भारत के साथ स्पूतनिक V को लेकर सहयोग के तरीके साझा किए हैं। फिलहाल भारत सरकार इस बात पर विचार कर रही है कि इस वैक्सीन को कैसे इस्तेमाल में लाया जा सकता है। रूस के राजदूत कुशादेव ने कहा कि कुछ जरूरी तकनीकी प्रक्रियाओं के बाद वैक्सीन बड़े पैमाने पर (अन्य देशों में भी) इस्तेमाल की जा सकेगी।