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एम्स ने कोरोना निगेटिव बताकर सौंपा शव, अंतिम संस्कार के बाद रिपोर्ट आई पाजिटिव

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० परिवार वालों को सौंपा गया कोरोना पाजिटिव शव
० … अंत्योष्ठि में गये लोगों में दहशत का आलम


राजनांदगांव (दावा)। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही एक हद की सीमा लांघ रही है कही जाये तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। विभाग पर हृष्ट-पुष्ट लोगों की आरटीपीसीआर जांच में ज्यादातर कोरोना पाजिटिव रिपोर्ट आने का आरोप आम तौर पर लग ही रहा है। इसी तरह इस कोरोना संकट के समय किसी सीरियस मरीज को ले जाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की वाहन को इत्तिला किये जाने के बाद घंटों इंतजार कराना अथवा नहीं आना भी देखने में आ रहा है।

इससे विभाग के प्रति लोगों का विश्वास घटते जा रहा है और लोग कोरोना जांच कराने से कतराने लगे है। विभाग की इस तरह की लापरवाही की हद तब हो जाती है, जब कोरोना पाजिटिव मृतक को निगेटिव बताकर शव को परिवार वालों को सौंप दिया जाता है। इस तरह की घटना शहर के नंदई मुहल्ले में घटी है। घर-परिवार वालों ने उक्त शव को मुहल्लेवासियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति में लखोली नाका स्थित मुक्तिधाम में दाह-संस्कार किया।

शाम को जब मृतक के नाम पते उम्र सहित कोरोना पाजिटिव होने की रिपोर्ट आई तो घर-परिवार वाले लोगों सहित अंत्येष्टि में गये मुहल्लेवासियों के डर से रोंगटे खड़े हो गये है। लोगों में कोरोना संक्रमित होने का दहशत कायम हो गया है। डरे हुए लोग ठीक तरह किसी से खुलकर चर्चा नहीं कर पा रहे है। लोगों में यह भय बना हुआ है कि स्वास्थ्य विभाग वाले उन्हें ले जाकर 14 दिनों के लिए कोरोन्टाइन कर देंगे। लोगों में कोरोना से ज्यादा डर कोरोन्टाइन होने का बना हुआ है। कोरोना पाजिटिव मृतक के अंत्येष्टि में गये लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वे सभी बुधवार दोपहर मृतक की साधारण मौत मानते हुए व्यवहारिकता के नाते शव यात्रा में गये हुए थे। लेकिन जैसे ही शाम को एम्स से कोरोना बुलेटिन रिपोर्ट आई जिसमें सबसे ऊपर मृतक नाम कोरोना पॉजिटिव में देखकर सबके होश उड़ गये। इसके बाद से अंत्येष्टि में शामिल हुए लोगों में दहशत का माहौल है और मुहल्ले में सन्नाटा पसरा हुआ है।

एम्स में भर्ती था मरीज


सूत्रों की माने तो नंदई चौक समीप निवासी मायाराम लहरे का 32 वर्षीय पुत्र कुशालदास लहरे की तबीयत खराब होने के चलते रायपुर एम्स में भर्ती कराया गया था। जहां उसका इलाज चल रहा था। मंगलवार को उसकी मौत हो गई। शव का परिजनों को इस बिना पर नहीं सौंपा गया कि मृतक की कोरोना जांच होगी। इसके लिए रात भर शव को रोककर रखा गया।

दूसरे दिन मृतक की कोरोना जांच निगेटिव आने की बात बताकर एम्स वालों ने कुशालदास का शव परिजनों को सौंप दिया। इधर मृतक का शव उनके निवास स्थान नंदई चौक आने पर घर-परिवार वालों ने उसका अंतिम यात्रा निकाल कर अंत्येष्टि कर दिये जिससे मुहल्ले के सैकड़ों लोगों की उपस्थिति रही। जब शाम को रायपुर द्वारा प्रसारित कोरोना मेडिकल बुलेटिन में प्रथम पंक्ति में कुशालदास लहरे का नाम कोरोना पाजिटिव संक्रमित में देखे तो लोग आवाक रह गये और लोगों के बीच यह भयमिश्रित चर्चा का विषय बन गया। शहर में हुई इस तरह की घटना का स्थानीय प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया है और न स्वास्थ्य विभाग इन डरे हुए लोगों को समझाने में दिलचस्पी दिखा रहा है। इससे लोग अन्दर ही अन्दर डरे हुए है। एम्स-रायपुर से प्रसारित मेडिकल बुलेटिन की प्रथम पंक्ति में प्रकाशित लैब का नाम एवीवीएमसी आरसी पेशेन्ट का नाम कुशालदास लहरे उम्र 32 वर्ष सेक्स पुरूष मो. नं. 7999037308 एवं पता नंदई चौक राजनांदगांव अंकित है।

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