० राजनांदगांव-कांकेर बार्डर के रेतेगांव और कारेकट्टा गांव के मध्य सडक़ पर फेंके पर्चे
० आगजनी के बाद माओवादियों का पोस्टर वार, मदनवाड़ा क्षेत्र में सडक़ों पर फेंका पर्चा
राजनांदगांव (दावा)। नक्सलियों द्वारा अपनी मौजूदगी का एहसास कराने समय-समय पर किसी घटना को अंजाम दिया जाता है। बुधवार-गुरुवार दरमियानी रात को नक्सलियों ने मोहला थाना क्षेत्र के परवीडीह में सडक़ निर्माण में लगे वाहनों को आग के हवाले कर दिया था।
वहीं शुक्रवार को नक्सलियों द्वारा राजनांदगांव-कांकेर बार्डर के रेतेगांव और कारेकट्टा गांव के मध्य सडक़ पर बैनर-पोस्टर फेंककर क्षेत्र में दहशत फैलाने की कोशिश की गई है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस पर्चे को अपने कब्जे में लेकर नक्सलियों की तलाश में जुट गई है।
राजनांदगांव कांकेर बार्डर डिवीजन के हवाले से पोस्टर
जिले के अंतिम छोर और महाराष्ट\ सीमावर्ती मानपुर मोहला इलाके में अचानक नक्सल सरगर्मी तेज हो गई है। नक्सलियों ने 24 सितंबर को मोहला ब्लाक के पारवीडीह गांव मे प्रधानमंत्री सडक़ निर्माण मे लगी वाहनो को आग के हवाले कर आगजनी की घटना को अंजाम देकर तांडव मचाया था। अब ठीक दूसरे दिन 25 सितंबर शुक्रवार को मानपुर थाना क्षेत्र के मदनवाड़ा क्षेत्र मे माओवादियों ने आरकेबी यानी राजनांदगांव कांकेर बार्डर डिवीजन के हवाले से पोस्टर वार कर लाल आंतक का फरमान जारी किया है।
थाने से 5 किलोमीटर दूर ही फेंके पर्चे
मिली जानकारी के अनुसार रेतेगांव और कारेकट्टा गांव के माध्य मदनवाड़ा थाना से महज 5 किलो मीटर के दायरे मे ही नक्सलियों ने सडक़ पर पर्चे फेके सडक़ मे बड़ी संख्या मे ये पर्चे यहां वहा बिखरे देखे गए है, जहां पर्चे मिले है वहां से कुछ ही दूरी पर सीतागाव थाना भी मौजूद है दोनो थाने के मध्य नक्सलियों ने पर्चे फेके है। इससे पहले नक्सलियों द्वारा परवीडीह में ग्रामीणों की बैठक लेकर उनसे मारपीट कर दहशत फैलाने की कोशिश की गई है।
एनआरसी, सीएए और एनपीआर कानून का विरोध
इसके अलावा नक्सलियों ने साम्राज्यवाद विरोध में विश्वव्यापी फूट आंदोलन को तेज करने और मोदी सरकार द्बारा लगाये गये एनआरसी, सीएए और एनपीआर कानून को वापस लेने और आदिवासी जनता को जंगल से बेदखल करने वाले कानून को रद्द करने की बात नक्सलियों ने इस पर्चे में लिखा है।
16 वी वर्षगांठ मनाने का फरमान पर्चे पर
बताया जा रहा है कि जारी पर्चे मे 21 से 27 सितंबर तक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादियों ) की 16 वी वर्षगांठ गांव- गांव मे जोश खरोश के साथ मनाने की अपील की गई है। यही नही और भी कई तरह की फरमान इस पर्चे पर लिखे हुए है। मशलन कोरोनो महमारी बीमारी राए साम्राज्यवादी के खिलाफ व्यापक जन आंदोलन का निर्माण करेंगे। जनयुद्ध से समाधान रणनीति को हरायेगे जैसे कई वाक्य उक्त फेके पर्चे मे लिखे हुए है।