बेमेतरा में 200 एकड़ जमीन को हथियाने का मामला
राजनांदगांव(दावा)। शहर रियासतकालीन संपत्ति में से एक बेमेतरा स्थित 200 एकड़ खेती योग्य जमीन को हड़पने की साजिश का अब राजनीतिक विरोध शुरू हो गया है। राजनांदगांव के तत्कालीन राज घराने की कीमती संपत्ति को कथित रूप से हड़पने के मामले को लेकर शनिवार को भाजपा के दिग्गज नेताओं ने एकजुटता के साथ विरोध जताते हुए कलेक्टर टीके वर्मा और एसपी डी. श्रवण को ज्ञापन सौंपा।
जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव के नेतृव में सौंपे गए ज्ञापन में ज्ञापन में कहा गया है कि राजनांदगांव की राजगामी संपदा की जमीनों को राजनांदगांव को सार्वजनिक हितों को पूरा करने के उद्देश्य से बनाया गया है, ताकि रियासतकालीन जमीनों का उचित प्रबंधन एवं व्यवस्थापन किया जा सके, किंतु जब से प्रदेश में कांग्रेस सरकार आई है तब से राजगामी संपदा द्वारा प्रबंधन के कार्यों को संचालित करने की जिम्मेदारी ली गई है और इससे साफ प्रतीत हो रहा है कि राजनांदगांव के संस्कार और हितों को नजरअंदाज किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार ने शासकीय भूमि को बेचकर अपने लोगों को लाभान्वित करने की जिस नीति का निर्माण किया है, उसी का दुष्परिणाम अब सामने आ रहा है और स्कूल, अस्पताल, शासकीय भवन आदि के लिए जमीन नहीं मिल पा रही है।
श्री यादव ने कहा कि एक षडय़ंत्र के तहत राजनांदगांव के राजाओं की जमीन को बेेतरा में मुख्यमंत्री की घोषणा को पूरा करने के लिए 300 एकड़ की बड़ी भूमि का अधिग्रहण का प्रयास किया जा रहा है, जो राजनांदगांव के राजाओं की सोच और उद्देश्यों के विरूद्ध है तथा राजनांदगांव की जनता का अपमान है। भाजपा नेताओं ने प्रशासन को आगाह करते कहा है कि राज्य में शासकीय जमीनों को बेचने की कांग्रेस सरकार की गलत नीति के चलते राजगामी संपदा की जायदाद को हड़पने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है, जिसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। पूर्व सांसद व भाजपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव, वरिष्ठ नेता खूबचंद पारख, पूर्व मंत्री लीलाराम भोजवानी, सुरेश डुलानी, संतोष अग्रवाल, सचिन बघेल समेत आला नेताओं ने सीधे तौर पर राजगामी संपत्ति पर कब्जा करने की तैयारी को लेकर आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार द्वारा शासकीय और गैर शासकीय जमीनों को बेचने की कोशिश की जा रही है।
बेमेतरा की जमीन राजनांदगांव के राजाओं की धरोहर है। इस जमीन पर खेती कर कई परिवार पल रहे हैं। ऐसे में प्रभावशाली राजनेता द्वारा जमीन हड़पने की कोशिश की जा रही है। गौरतलब है कि बेमेतरा जिले में राजगामी न्यास समिति की करीब 500 एकड़ जमीन है, जिसमें मोहगांव और बेलगांव में अलग-अलग टुकड़ों में फैली जमीन बेहद उपजाऊ है। लिहाजा बेलगांव स्थित जमीन में कृषि कॉलेज खोलने के नाम पर संपत्ति को कृषि विभाग के सुपुर्द किए जाने का राजनीतिक दबाव बढ़ाया गया है। इसी के मद्देनजर आज राजनांदगांव के भाजपा नेताओं ने कलेक्टर-एसपी को ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध जताया है।
उल्लेखनीय है कि इस मामले को लेकर दैनिक दावा लगातार समाचारों का प्रकाशन करते आ रहा है, जिसके बाद से मामले ने तूल पकड़ लिया है और लोग राजगामी की जमीन का गलत तरीके से अधिग्रहण किए जाने का विरोध करने लगे हैं। देखने वाली बात होगी कि इस मामले का पटाक्षेप किस रूप में होता है?