कोरोना संक्रमण के कारण मेला का आयोजन नहीं, रोप-वे संचालन भी नहीं होगा
राजनांदगांव (दावा)। कोरोना वायरस के संक्रमण ने इस बार मां बम्लेश्वरी के भक्तों का उत्साह आधा कर दिया है। क्वांर नवरात्र के बाद चैत्र नवरात्र पर भी डोंगरगढ़ की मां बम्लेश्वरी देवी के मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश की मनाही के बाद अब मां के मंदिर में जलने वाले ज्योति कलशों की संख्या भी आधी हो गई है। पिछली बार क्वांर नवरात्र पर मां के मंदिर में 7 हजार से ज्यादा ज्योति कलश प्रज्ज्वलित हुए थे, लेकिन इस बार इसके आधे ही ज्योत जलेंगे। मेल का आयोजन बंद होने से यहां पर स्पेशल ट्रेनों का ठहराव भी नहीं होगा।
कोरोना के कारण नहीं होगा मेला
मां बम्लेश्ेवरी के दरबार में नवरात्र के मौके पर राज्य के साथ ही आसपास के प्रदेशों से बडी़ संख्या में श्रद्धालु आते हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते नवरात्र के पर्व पर बंदिशें लग गई हैं। पिछली बार अप्रैल महीने में क्वांर नवरात्र पर कोरोना संक्रमण के कारण मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा था और छह महीने बाद भी चैत्र नवरात्र पर भी ऐसा करना पड़ रहा है।
क्वांर में जले थे इतने ज्योति कलश
कोरोना संक्रमण के कारण मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश बंद करने के बाद भी मां बम्लेश्वरी मंदिर में क्वांर नवरात्रि पर्व अप्रैल 2020 में ऊपर मंदिर में 5111, नीचे मंदिर में 713 व शीतला माता के मंदिर में 48 ज्योति कलश प्रज्वलित हुए थे। मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 में क्वांर नवरात्र पर नीचे मंदिर में 916, शीतला मंदिर में 61 तथा ऊपर मंदिर में 6401 ज्योति कलश प्रचलित किए गए थे। इस बार कोरोना के चलते स्थिति और खराब हो गई है। नीचे मंदिर में अभी तक 500 ज्योति कलश, शीतला मंदिर में 35 ज्योति कलश और ऊपर मंदिर में लगभग 3000 ज्योति कलश का पंजीयन हुआ है। अनुमान है कि नवरात्रि के प्रारंभ होते तक ऊपर मंदिर में 4000, शीतला मंदिर में 50 तथा नीचे मंदिर में लगभग 550 सौ ज्योति कलश प्रज्वलित होंगे।
रोप-वे का संचालन भी रहेगा बंद
भक्त ऑनलाइन ही मां बम्लेश्वरी के पूजा अर्चना में शामिल हो सकेंगे। नवरात्र के दौरान भक्तों को मंदिर में प्रवेश नहीं दी जाएगी। इसके साथ ही रोप-वे का संचालन भी बंद रहेगा। वहीं इस वर्ष डोंगरगढ़ मेला को स्थगित करने के मद्देनजर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मण्डल द्वारा मेले के दौरान दर्शनार्थियों को दिये जाने वाली अतिरिक्त यात्री सुविधाएं तथा अतिरिक्त गाडियों का ठहराव नहीं दिया जाएगा व मंदिर परिक्षेत्र में दर्शनार्थियों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा साथ ही रोप-वे का संचालन भी बंद रहेगा।