डोंगरगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का मामला
राजनांदगांव(दावा)। कोरोना काल में जहां इंसान आर्थिक, शाररिक और मानसिक रूप से जूझ रहा है, वहीं कोरोना योद्धा का तमगा लगाए कुछ डॉक्टर और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े लोग इस आपदा की घड़ी में भी अपनी आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करने में कोई कसर नही छोड़ रहे है। जानकारी के अनुसार डोंगरगांव स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के कुछ डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा कोरोना पीडि़त होम आइसोलेट हुए मरीजों से अवैध रकम वसूली की जानकारी सामने आई है।
बताया जाता है कि डोंगरगांव स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कुछ डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी होम आइसोलेट हुए कोरोना संक्रमित लोगों से 3-3 हजार रुपये वसूल कर लिए हैं। इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत करीब 154 कोरोना पॉजिटिव मरीज होम आइसोलेट हुए थे। कोरोना संक्रमित ये मरीज पेंड्री स्थित कोविड-19 हॉस्पिटल जाने से बचने के लिए अपने ही घरों में होम आइसोलेट हो गये, स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने 3-3 हजार रुपये लेकर उन लोगों को भी होम आइसोलेट कर दिया जो होम आइसोलेट के प्रोटोकॉल में नहीं आते हैं। लिहाजा इस ऊपरी कमाई के चक्कर मे संक्रमित लोगों की संख्या में कमी आने की बजाय लगातार इजाफा होते गया।
इस तरह का कोई मामला है तो इसकी निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। मामला सही पाए जाने पर आगे की कार्रवाई के लिए शासन से अनुशंसा के लिए पत्र लिखेंगे।
टीके वर्मा, कलेक्टर राजनांदगांव
मीडिया के माध्यम से इस तरह के मामले की जानकारी मिली है। ऐसा हुआ है तो मामले की जांच कराएंगे।
- डॉ मिथलेश चौधरी, सीएमएचओ