राजनांदगांव(दावा) । छत्तीसगढ़ प्रदेश में लाखों की संख्या में नगर सैनिकों के भरोसे शहर से लेकर गांव तक शांति व्यवस्था में अहम भूमिका निभाने वाले नगर सैनिकों को पुलिस आरक्षक जैसे काम करने के बाद भी अनेक सुविधाएं से वंचित क्यो बहुत दुख की बात है। भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला महामंत्री रविंद्र रामटेके ने नगर सैनिकों की माली हालत व भविष्य को देखते हुए राज्य सरकार को ध्यानाकर्षण कराते हुए नगर सैनिकों छोटे घटनाओं से लेकर बड़े-बड़े घटनाओं में शांति व्यवस्था व अनेकों घटनाओं में रोकथाम के लिए अहम भूमिका निभाने वाले स्वयं नगर सैनिकों अपने अधिकार मूलभूत सुविधा व मानदेय जैसे महंगाई की मार झेलते हुए गुजरना पड़ रहा है।
और राज्य सरकार हाथ में हाथ धरे बैठे हुए हैं जबकि राज्य सरकार अधिनस्थ अनेकों विभाग अपनी छोटी बड़ी मांग के लिए धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार के समक्ष अपना मांग पूरा करवा ही लेते हैं लेकिन आज नगर सैनिकों अपनी मांग अपनी हालत अपनी परेशानी अपनी दयनीय स्थिति अपने भविष्य के बारे में आज तक कोई धरना प्रदर्शन नहीं किया है जो कि नगर सैनिक भर्ती रूम में नहीं है इसका पूरा फायदा राज्य सरकार उठा रहे हैं पुलिस आरक्षक की वेतन से बहुत कम मानदेय पर नगर सैनिकों पुलिस आरक्षण जैसे जिम्मेदारी जवाबदारी से अपना कर्तव्य निभा रहे हैं आज की महंगाई के समय में जो नगर सैनिकों को मानदेय दिए जा रहे हैं वहां बहुत कम है राज्य सरकार नगर सैनिकों की भविष्य को देखते हुए मानदेय में वृद्धि के साथ अनेक सुविधाएं दिया जाए नगर सैनिक विभाग में भी 62 की उम्र में काम से रिटायर होने के बाद उनकी हालत और दयनीय हो जाते हैं क्योंकि पेशन भी नहीं मिलते हैं आज की महंगाई के समय में कम मानदेय पर अपनी सारी उम्र अपनी जिम्मेदारी में लगा देते हैं और 62 के बाद घर में बैठकर अपनी गरीबी हालातों से संघर्ष करते हैं आज सभी पुलिस थानों में नगर सैनिकों का अहम भूमिका होते हैं तथा उच्च अधिकारीयो की सुरक्षा के लिए भी नगर सैनिकों का महत्वपूर्ण जिम्मेदारी रहता है इसके बाद भी आज नगर सैनिकों का भविष्य अंधकार में है । श्री रामटेके ने राज्य सरकार से माँग करते हुए कहा है कि पुलिस आरक्षक जैसे सारी सुविधा नगर सैनिकों को दिए जाऐ राजनांदगांव जिला सहित प्रदेश के सभी नगर सैनिकों को उनकी ईमानदारी जवाबदारी परिवारिक स्थिति को देखते हुए मानदेय में वृद्धि के साथ पुलिस आरक्षक जैसे सारे सुविधा दिया जाए।