वास्तु शास्त्र के अनुसार घर को डेकोरेट करने और कुछ निमयों के साथ ही मांगलिक वस्तुओं के रखने से एक ओर जहां घर का वास्तु दोष दूर होगा वहीं दूसरी ओर आपके भाग्य खुल जाएंगे। आओ जानते हैं कि किस तरह आप घर को भाग्यवर्धक बना सकते हैं।
घर को बनाएं भाग्यवर्धक: –
- घर हो वास्तु अनुसार।
- घर का द्वार उत्तर, पश्चिम या पूर्व दिशा में हो।
- घर सदा साफ-सुधरा रखें।
- घर के भीतर अनावश्यक वस्तुएं नहीं रखें।
- घर में ढेर सारे देवी और देवताओं के चित्र या मूर्तियां न रखें।
- घर का ईशान कोण हमेशा खाली रखें या उसे जल का स्थान बनाएं।
- दरवाजे के ऊपर भगवान गणेश का चित्र और दाएं-बाएं स्वस्तिक के साथ लाभ-शुभ लिखा हो।
- सुबह और शाम घर में मधुर सुगंध और संगीत से वातावरण को अच्छा बनाएं।
- रात्रि में सोने से पहले घी में तर किया हुआ कपूर जला दें।
- घर के आसपास नकारात्मक ऊर्जा वाले पौधे, वृक्ष हैं, तो उनसे सावधान रहें।
11.घर में हवा के रास्ते ऐसे हो कि घर में हवा घुसते ही मध्यम बहे। - तीन दरवाजे एक सीध में न हो। हवा एक और से घुसे और दूसरी ओर ने निकलने वाले रास्ते न हो।
भाग्यवर्धक वस्तुएं:
- रुद्राक्ष
- शंख
- घंटी
- स्वस्तिक का चिह्न
- ऊं का लॉकेट
- कलश
- गंगाजल
- मौली (कलाई पर बंधने वाला नाड़ा)
- कमल गट्टे, तुलसी या रुद्राक्ष की माला।
- सालग्राम और पंच देव की पीतल की मूर्ति।
- दीवार पर लगा प्रकृति का चित्र या हंसमुख परिवार का चित्र।
भाग्यवर्धक पौधे:-
- केला
- तुलसी
- मनी प्लांट
- अनार
- पीपल
- बड़
- आम
- जामफल
- कड़ी पत्ता
- चंपा और चमेली