भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और इंदौर में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों के बाद अब एक बार फिर सार्वजनिक आयोजनों पर एक बार फिर से बंदिश लगने जा रही है। आज भोपाल में जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में कई बड़े निर्णय लिए गए। बैठक में तय किया गया कि कि आगामी आदेश तक धरने-प्रदर्शन पर भोपाल में प्रतिबंध रहेगा। सार्वजनिक आयोजन और मेले के लिए पहले से जिन्हें अनुमति दे दी गई है,उन्हें कोविड प्रोटोकाल के तहत आयोजन करना होगा,लेकिन आगामी आदेश तक आज के बाद से सार्वजनिक आयोजन व मेले के लिए नई अनुमति नहीं दी जाएगी।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग की अध्यक्षता में विधानसभा स्थित उनके कक्ष में जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों की थर्मल स्केनिंग करने और थाना स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में समाजसेवी और व्यापारियों की बैठक कर जन-जागरूकता के लिए कदम उठाने का फैसला किया गया है। इसके साथ सभी बाजारों में दुकानदारों को मास्क लगाने की अनिवार्यता और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन कराने के निर्देश भी दिये गए। नगर निगम जन-जागरूकता के लिये रोको-टोको अभियान को फिर से शुरू करने और मास्क नही लगाने पर 100 रुपये का जुर्माना लगाने का फैसला किया गया।
वहीं कोरोना के बढ़ते केस के बाद सरकार एक्टिव मोड पर आ गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोगों से पूरी मास्क लगाकर ही बाहर निकलने,सोशल डिस्टेसिंग और सावधानी रखने की अपील की है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा कि “कोविड-19 एक बार फिर पैर पसार रहा है,इंदौर और भोपाल में लगातार पॉज़िटिव केस बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र में कोरोना ने गंभीर रूप धारण कर लिया है। मैं समस्त प्रदेशवासियों से आग्रह करता हूँ कि आप सभी पूरी सावधानी रखें, मास्क लगाकर ही बाहर निकलें और आपस में दूरी बनाकर रखें”।
वहीं प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सांरग ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद अब इंदौर और भोपाल में फिर से सख्ती करने जा रहे है। इसके साथ कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सार्वजनिक आयोजनों को लेकर नए सिरे से गाइडलाइन बनाई जाएगी। मीडिया से बातचीत में सारंग ने साफ किया कि अभी नाइट कर्फ्यू या लॉकडाउन लगाने जैसी कोई स्थिति नहीं है।