रायपुर। अंतरराष्ट्रीय बाजार के प्रभाव से सोने-चांदी की कीमतों में थोड़ी गिरावट आई है। फिर से 50 हजार की ओर बढ़ने लगा सोना सस्ता हुआ है। वहीं, चांदी की कीमतों में भी गिरावट है। मंगलवार 27 अप्रैल को सोना प्रति दस ग्राम (स्टैंडर्ड) 49 हजार रुपये और चांदी प्रति किलो 71 हजार रुपये रही। सराफा विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों कीमती धातुओं में इस प्रकार से उतार-चढ़ाव बना रहेगा। अभी तो लाकडाउन के चलते सर्राफा बाजार पूरी तरह से बंद हैं। इसके साथ ही शादियों के टलने की वजह से भी सोने-चांदी की मांग भी नहीं है। वायदा बाजार में भी अभी इनकी मांग में थोड़ी कमी आई है।
पिछले हफ्ते गुरुवार को विदेशों में सोना नीचे में 1775 डॉलर और ऊपर में 1788 डॉलर प्रति औंस पर रहा। वहीं, चांदी का दाम नीचे में 2575 और ऊपर में 2614 सेंट पर रहा। इसके चलते घरेलू वायदा मार्केट में सटोरियों की सक्रियता से वायदे में भारी तेजी रही।
गोल्ड में निवेश करने के लिए अभी भी सही समय है। दरअसल, शादी के सीजन शुरू होने पर इसकी कीमतों में और इजाफा देखने को मिलेगा। बताते चलें कि इस माह एक अप्रैल को सोना 46750 रुपये प्रति दस ग्राम (स्टैंडर्ड) और चांदी 65,800 रुपये प्रति किलो थी।
अभी हालमार्किंग नहीं चाहते कारोबारी
सराफा कारोबारियों का कहना है कि आभूषणों में अभी हालमार्किंग की अनिवार्यता स्थगित कर दी जाए। अभी कोरोना प्रभाव के चलते हुए लाकडाउन ने एक बार फिर से पूरे व्यावसाय को प्रभावित कर दिया है। रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू ने बताया कि इसके लिए उन्होंने केंद्रीय उपभोक्ता मामले के मंत्री पीयूष गोयल को पत्र भी लिखा है। पत्र में मांग की गई है कि जून में होने वाली हालमार्किंग की अनिवार्यता स्थगित कर दिया जाए।