राजनांदगांव(दावा)। आरटीआई एक्ट के रिसोर्स पर्सन योगेश अग्रवाल को राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा इन मजदूर कर्मचारियों को सम्मानित किये जाने की आशा भी है। इस भीषण समय में जब सगे रिश्तेदार भी अपने ही परिजनों के शवों को छूने और उनके मृत शरीर के पास जाने से घबरा रहे हैं वहीं नगर निगम के कुछ कर्मचारी मुक्तिधाम में निरंतर डटे हुए हैं। प्रत्येक मृतकों को अपना सगा समझकर उन्हें सद्गति देने के लिए वे वहां मुस्तैद दिखते हैं। संक्रमण काल के ऐसे कर्मठ कर्मचारियों की सोच और उनके जुनून को सूचना के अधिकार अधिनियम के स्टेट रिसोर्स पर्सन योगेश अग्रवाल ने सलामी भेजा है। बिना किसी आडम्बर या हो-हल्ला के और बिना किसी विज्ञापन के इन सेवा धारियों को जो निगम के नियमित कर्मचारी भी नहीं हैं, उनके हौसले को और साल भर से अधिक बीत जाने के बाद भी संक्रमण के हाई रिस्क जोन में उनकी निरंतरता को 15 अगस्त, 26 जनवरी जैसे राष्ट्रीय दिवसों के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किये जाने की आशा भी योगेश अग्रवाल ने की है। उन्होंने आगे कहा कि किसी राजनैतिक लाभ, पद, प्रतिष्ठा या किसी शासकीय पुरुस्कारों की चाह में अपनी सक्रियता और सेवाकर्म का प्रोफाइल तैयार करने के लिए सुनियोजित रूप से सक्रीय कथित वारियर्स की भीड़ से अलग बिना किसी सोर्स के, बिना किसी लालच या अपेक्षाओं के सेवाकर्म में तल्लीन, यह सोर्स-लेस मजदूर तबका शासन और प्रशासन की दृष्टि में स्वप्रेरित सम्मान और सराहना के पात्र होने चाहिये तभी समाज सेवा के कर्म को भी सद्गति मिल पाएगी।