राजनांदगांव(दावा)। नगर निगम के चेयरमेन सतीश मसीह के बयान की नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने आलोचना करते हुए उन्हें गैर जिम्मेदार बताया है। श्री यदु ने कहा कि विपक्ष में होते हुए भी हमारी मंशा निगम के सत्तापक्ष से मिलकर शहर का विकास और लोगों की मूलभूत समस्याओं का समाधान करना ही है, लेकिन निगम के चेयरमेन सतीश मसीह को शायद ये गंवारा नहीं है।
श्री यदु ने कहा कि बीते 15 दिनों से शहर में गंदे पानी की शिकायतों के बावजूद चेयरमेन मसीह शहर में कहीं झांकने तक नहीं पहुंचे। उनकी सुई लाईट खरीदी में अटकी हुई है। ऐसा लगता है जैसे उन्हें इससे कोई विशेष लाभ मिलने वाला है। निगम ने शासन को प्रस्ताव भेजकर पार्षद निधि से एलईडी लाईट खरीदी के लिए सहमती ले ली। दूसरी ओर निकाय स्वयं यह कहता है किमदों में राशि नहीं है। पार्षद निधि के पैसों का उपयोग वार्ड के लोगों की बहुत सी मूलभूत आवश्यकताओं में खर्च होती है।
श्री यदु ने कहा कि महापौर, चेयरमेन सहित निगम का सत्ता पक्ष क्यूं शासन से मूलभूत आवश्यकताओं के लिए मद नहीं मांगता। लोग जल, सफाई, संपत्ति कर सहित समेकित कर का भुगतान निकाय को करते हैं। इसके बाद भी स्ट्रीट लाईट सहित अन्य मूलभूत समस्याओं से लोगों को दो-चार होना पड़ता है। कर से मद जुटाना वाले निकाय की स्थिति यह है कि अब इसके लिए एलईडी लाईट भी पार्षदों के मद से खरीदी जा रही है। इससे समझा जा सकता है कि राज्य की कांग्रेस सरकार और निगम में बैठी कांग्रेस की सत्ता में निकाय खस्ताहाल होता जा रहा है। सरकार की ओर से दिए जाने वाले मद में कितनी कमी आई है कांग्रेस को यह साफ करना चाहिए।