कार्यक्रम को लेकर अलग-अलग दिखे कांग्रेस कार्यकर्ता
गंडई पंडरिया (दावा)। बुधवार को प्रदेश के वनमंत्री और जिला के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने गंडई में पूर्ण तहसील का दर्जा मिलने के बाद 70 लाख की लागत से बनने वाले नवीन तहसील कार्यालय भवन का भूमिपूजन करने पुराना तहसील कार्यालय शाम 7 बजे पहुँचे जहाँ भूमिपूजन कर तुरन्त रायपुर प्रवास पर लौट गए।
इस मौके पर प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर के साथ जनपद अध्यक्ष नीना ताम्रकार गंडई ब्लाक अध्यक्ष रमेश साहू,विधायक प्रतिनिधि विनोद ताम्रकार, अय्यूब कुरैशी, नगर पंचायत अध्यक्ष श्यामपाल ताम्रकार, जावेद खान, नीलम नामदेव, शत्रुहन कुर्रे,यतीस कुंजाम, सुरेंद्र जयसवाल, शिव कुर्रे, भूपेंद्र पटेल, चुरामन छेदैया सहित डीएफओ वनमण्डल खैरागढ़ यादव सर, एसडीएम गंडई निष्ठा पांडे, तहसीलदार त्रिभुवन वर्मा, नायब तसीलदार भरत लाल ब्रम्हे, थाना प्रभारी शशिकांत सिन्हा, सीएमओ प्रमोद शुक्ला, पशुचिकित्सक डॉ. संदीप इंदुलकर उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक देवव्रत सिंह अपने निजी कारणों से भूमिपूजन के में नही पहुँच पाए। प्रभारी मंत्री द्वारा भूमिपूजन कार्यक्रम में भी गंडई कांग्रेस के नेताओ में एकजुटता नहीं दिखी और कार्यक्रम के दौरान अलग-अलग बंटे दिखे। जानकारी के अनुसार मंत्री जी का भूमिपूजन का कार्यक्रम आनन फानन में तय होने के कारण ज्यादा लोगो को इसकी जानकारी नहीं होने की बात सामने आई है।
युवाओं का संघर्ष लाया रंग
पिछले वर्ष गंडई युवा जनजागरण के युवाओं द्वारा गंडई क्षेत्र के विकास को लेकर महीनों से क्षेत्रवासियों के सहयोग और समर्थन से उग्र आंदोलन धरना प्रदर्शन किया गया था, जहाँ कुछ युवा इस मांग और धरना प्रदर्शन के दौरान एक महीने जेल भी गए थे।
इनकी मांगों को गम्भीरता से देखकर सत्ता परिवर्तन होते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गंडई को पूर्ण तहसील का दर्जा देने की घोषणा एक सामाजिक कार्यक्रम में की थी और जल्द ही नया तहसील कार्यालय के लिए 70 लाख रुपये की स्वीकृति भी दी थी। कोरोना और लाकडाउन के चलते इसका भूमिपूजन नहीं हो पाया था, जो विगत दिवस प्रभारी मंत्री के हाथों पूरा हुआ।