रायपुर महंगाई के खिलाफ कांग्रेसियों ने शुक्रवार दिन में 12 बजे चक्का जाम किया। कांग्रेसी जहां मौजूद थे, वहीं चक्का जाम करते नजर आए। प्रदेश अध्यक्ष सहित ब्लाक स्तर के पदाधिकारियों ने मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की।
गैस पेट्रोल-डीजल की बढ़ती महंगाई को लेकर विधायक कुलदीप जुनेजा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने फाफाडीह चौक पर चक्का जाम किया। कार्यकर्ताओं ने सांकेतिक रूप से रास्ता जाम किया। विधायक कुलदीप जुनेजा ने बढ़ती महंगाई पर मोदी सरकार पर तीखा प्रहार किया। कहा-जिस प्रकार महंगाई बढ़ाई उसी तरह कम होनी चाहिए।
इस दौरान प्रमुख रूप से ब्लाक अध्यक्ष सुनील भुवाल,सत्तु सिंह, मनोज राठी, दौलत रोहरा, संजय सोनी, श्रीनिवास राव, श्याम सिक्का, माधव छुरा, कमल गृतलहरे, महेंद्र सेन, गुलाब मखीजा, चितरंगा साहू, मकरंद तांडी, हितेश पंड्या,सागर तांडी, कीमत दीप सहित कांग्रेसी कार्यकता मौजूद थे।
बता दें कि कोरोना काल में बड़ा प्रदर्शन आयोजित नहीं कर पाने की मजबूरी में कांग्रेस इस तरह के प्रयोग किया। 20 जून को महिला कांग्रेस ने महंगाई के खिलाफ वर्चुअल प्रदर्शन की घोषणा की है। इसके तहत महिलाएं इंटरनेट मीडिया में विरोध करती तस्वीरें और संदेश डालेंगी। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संवाद करेंगी।
इधर-महंगाई के खिलाफ 3500 स्थानों पर कांग्रेसियों ने बजाया आडियो
प्रदेश कांग्रेस ने महंगाई के खिलाफ प्रदेशभर में गुरुवार को प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में आटो एवं अन्य वाहनों में महंगाई के खिलाफ पोस्टर एवं माइक लगाकर 2014 के पूर्व महंगाई और पेट्रोल, डीजल, गैस के दाम के संबंध में गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान नरेंद्र मोदी द्वारा दिए भाषणों की क्लीपिंग जनता को सुनाई गई। प्रधानमंत्री के इन भाषणों की क्लीपिंग के बीच में महंगाई को लेकर अभिनेता रघुवीर यादव पर फिल्माया गया बहुचर्चित गीत सखी सईयां तो खूबै कमात है, महंगाई डायन खाए जात है भी बजाया गया।
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम कोंडागांव के प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रदेश के 27 जिला मुख्यालयों लगभग तीन हजार से अधिक वार्डों, 307 से अधिक संगठन ब्लाकों में कांग्रेस ने महंगाई के विरोध में मोदी के भाषणों के आडियो को सुनाकर बताया कि भाजपा और उसके नेता कितने अवसरवादी हैं। जो सत्ता के पहले महंगाई को कोसते थे, सरकार में आने के बाद टैक्स लगाकर जमाखोरों को प्रश्रय देकर महंगाई बढ़ाने का काम कर रहे हैं।