रायपुर छत्तीसगढ़ में वैक्सीन पर सियासत गर्म है। भाजपा ने वैक्सीन सेंटर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो नहीं लगाने को मुद्दा बनाया है। प्रदेश प्रवक्ता राजेश मूणत ने कहा कि केंद्र सरकार से वैक्सीन लेकर प्रधानमंत्री मोदी का चित्र टीकाकरण केंद्रों में नहीं लगाना प्रदेश सरकार की क्षुद्र मानसिकता है। सरकार को इस मामले में प्रदेश को सफाई देनी चाहिए। आखिरकार मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं और वैक्सीनेशन केंद्र सरकार की योजना है।
मूणत ने कहा कि वैक्सीनेशन का अधिकार राज्य को देने के नाम पर सियासत करने वाली कांग्रेस और उसकी सरकार ने वैक्सीनेशन को लेकर गंदी व ओछी राजनीति की है। मूणत ने टीकाकरण केंद्रों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के चित्र लगाए जाने और प्रधानमंत्री मोदी के चित्र से परहेज किए जाने पर सवाल किया है।
क्या वैक्सीन बर्बादी पर भाजपा नेता पीएम मोदी की करेंगे निंदा : कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने एक बयान जारी करके दावा किया है कि छत्तीसगढ़ भारत के उन चुनिंदा राज्यों में है, जहां पर कोविड वैक्सीन की बर्बादी सबसे न्यूनतम स्तर पर है। कोविड वैक्सीन की बर्बादी का राष्ट्रीय औसत 3.06 प्रतिशत है, वहीं छत्तीसगढ़ में यह महज 1.02 प्रतिशत है। आरपी सिंह ने भारत सरकार के कोविन पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़े जारी करते हुए यह तथ्य सार्वजनिक किया है।
साथ ही भाजपा नेता डा. रमन सिंह, धरमलाल कौशिक, विष्णुदेव साय एवं अजय चंद्राकर से सवाल पूछा कि छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार को बदनाम करने के लिए जो गैर जिम्मेदाराना बयान उन लोगों के द्वारा दिए गए थे, क्या उन बयानों के लिए अब प्रदेश की जनता से माफी मांगेंगे? क्या वैक्सीन की बर्बादी का राष्ट्रीय औसत छत्तीसगढ़ से तीन गुना ज्यादा होने के कारण मोदी सरकार की निंदा करेंगे?
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों में जानबूझकर वैक्सीन की जमाखोरी करवाई जा रही थी, क्योंकि 21 जून को रिकार्ड वैक्सीनेशन कर थैंक यू मोदी जी लिखा जा सके। जबकि ठीक एक दिन बाद 22 जून को इसकी रफ्तार पूर्ववत हो गई।