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जिले में रेत-मुरूम चोरी का खेल बदस्तूर जारी

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खनिज विभाग की टीम ने चिचोला क्षेत्र में पांच हाइवा को पकडक़र कर ली खानापूर्ति
राजनांदगांव(दावा)।
जिले में शिवनाथ नदी के किनारे से लगे क्षेत्रों के साथ ही चिचोला क्षेत्र के नदी-नालों से भी रेत और मैदानी क्षेत्रों से मुरूम चोरी का खेल लंबे समय से चल रहा है। किंतु खनिज विभाग महज खानापूर्ति करने में जुटा हुआ है। शुक्रवार को खनिज विभाग की टीम द्वारा अवैध रूप से मुरूम परिवहन में लगे पांच हाईवा को पकडक़र चिचोला थाने के सुपुर्द किया गया। ज्ञात हो कि राजनांदगांव जिला मुख्यालय से १०-१५ किमी. के दायरे में ही मुरूम की चोरी का खुला खेल लंबे समय से चल रहा है। दिनदहाड़े जेसीबी के माध्यम से मुरूम उत्खनन कर हाइवा से अवैध परिवहन करते हुए इन क्षेत्रों में वाहनों को दिन-रात कभी भी मेन रोड पर दौड़ते देखा जा सकता है, किंतु यह सब खनिज विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों को नजर नहीं आता। हैरानी तो इस बात को लेकर भी है कि जब कभी कहीं पर खनिज चोरी की सूचना कोई व्यक्ति यदि खनिज अथवा राजस्व विभाग के अधिकारी को फोन पर देना चाहे तो इन अधिकारियों को किसी का फोन उठाने की भी फुरसत नहीं है। खनिज अधिकारी और खनिज निरीक्षक किस दुनिया में रहकर अपनी ड्यूटी कर वेतन भुना रहे हैं, इसका किसी को पता नहीं है।

कई जगहों पर बड़े पैमाने पर रेत डंप
हाल ही में कलेक्टर के निर्देश पर कुछ जगहों से डंप रेत की जप्ती कार्यवाही की गई थी, उसके बाद से आगे कहीं कोई कार्यवाही नहीं की गई है, जबकि शहर के आसपास सहित जिन क्षेत्रों से रेत का उत्खनन और चोरी का खेल चल रहा है, उन क्षेत्रों के आऊटर में जगह-जगह रेत का अवैध रूप से भंडारण कर रखा गया है। सोमनी, सुरगी, भर्रेगांव, रामपुर, बुद्धूभरदा, सिंगारपुर, मेढ़ा, अर्जुनी, रातापायली, जामसरार, डोंगरगांव, मटिया, खुज्जी, कन्हारपुरी, कोहका, सांकरदाहरा, खुर्सीटिकुल, कुमर्दा, धनगांव, अंबागढ़ चौकी सहित तमाम जगहों पर बड़े पैमाने पर रेत का अवैध रूप से भंडारण कर रखा गया है, ताकि बरसात के दिनों में इसे अधिक दाम पर बेचा जा सके। इतना ही नहीें उक्त क्षेत्रों में मुरूम चोरी करने के साथ ही डंप करने का काम भी चल रहा है। खनिज विभाग को चाहिए कि सुनियोजित तरीके से उक्त क्षेत्रों में दबिश देकर जांच कर कार्यवाही करे।

डोंगरगांव क्षेत्र बना माफियाओं का अड्डा
डोंगरगांव क्षेत्र रेत, गिट्टी और मुरूम चोरों का अड्डा बना हुआ है। लंबे समय से इस क्षेत्र में खनिज पदार्थों का अवैध उत्खनन का खेल बेधडक़ चल रहा है। डोंगरगांव के समीपस्थ खुज्जी, बघमार, भटगुना, सांकरदाहरा, कोहका, कन्हरारपुरी ऐसे क्षेत्र हैं, जहां शिवनाथ नदी से रेत चोरी का खेल बेखौफ चल रहा है। रेत से भरे वाहनों को मेन रोड पर दौड़ते हुए रोजाना देखा जा सकता है, किंतु इस ओर न तो राजस्व विभाग का ध्यान जाता है और न ही खनिज विभाग का। सब कुछ चलता है की तर्ज पर सेटिंग के चलते रेत माफियाओं को खुली छूट दे दी गई है।
दिलचस्प बात यह है कि मेन रोड पर आरी-कोनारी के पास खनिज विभाग का जांच नाका भी नाम का रह गया है। रोजाना इस नाका के सामने से ही रेत से भरे वाहनों को दौड़ते देखा जा रहा है, लेकिन इन वाहनों की जांच नहीं की जा रही है।

पांच हाइवा और दो पोकलेन मशीन जप्त
डोंगरगढ़(दावा)। क्षेत्र के ग्राम अमलीडीह में अवैध रूप से मुरूम का उत्खनन व परिवहन करने में लगे पांच हाइवा और दो पोकलेन मशीन को राजस्व एवं खनिज विभाग द्वारा संयुक्त रूप से पकड़ा गया। एसडीएम अविनाश भोई के अनुसार इस संबंध में प्रकरण बनाकर जिला कार्यालय को कार्यवाही हेतु भेजा जा रहा है। इस कार्यवाही में तहसीलदार राजू पटेल, नायब तहसीलदार भूपेंद्र नेताम, खनिज निरीक्षक सुभाष साहू, राजस्व निरीक्षक शिवेंद्र मिश्रा आदि शामिल थे।

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