राजनांदगांव (दावा)। छग कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन संघ ने शुक्रवार को अपनी 14 सूत्रीय मांंगों को लेकर हड़ताल के साथ कलेक्टोरेट के सामने धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारी-अधिकारियों के हड़ताल की वजह से सभी सरकारी कार्यालयों में काम ठप्प रहा।
इस दौरान कार्यालयों में काम के लिए पहुंचे आम लोगों को भटकना पड़ा। प्रान्तव्यापी हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन के दौरान फेडरेशन संघ द्वारा ‘कलम बंद-काम बंद‘ का नारा दिया गया था। हड़ताल की वजह से सभी सरकारी दफ्तरों में कामकाज नहीं हुआ।
फेडरेशन संघ द्वारा कलेक्टोरेट के सामने धरना प्रदर्शन कर अपनी 14 सूत्रीय लंबित मांगों को पूरा करने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान फेडरेशन संघ द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। फेडरेशन संघ ने कहा कि वे लोग लंबे समय से महंगाई भत्ता बढ़ाने सहित अन्य मांगों को लेकर आन्दोनरत है। बावजूद इसके उनकी मांगे पूरी करने राज्य शासन द्वारा गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है।
किसी भी कार्यालय में नहीं हुआ कोई काम
फेडरेशन संघ की हड़ताल में कलेक्टोरेट शाखा के सभी कार्यालयों के अलावा, जनपद, निर्माण एजेंसी, तहसील, शिक्षा विभाग सहित लगभग सभी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए थे। इस हड़ताल में ब्लाक मुख्यालयों के सभी दफ्तरों के अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल थे। अधिकारी-कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से जिला मुख्यालय से लेकर ब्लाक मुख्यालयों में भी शुक्रवार को किसी भी विभाग में काम काज नहीं हुआ। ऐसे में अपने कार्यों के लेकर दफ्तरों में पहुंचे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
16 प्रतिशत बकाया डीए सहित अन्य मांग
धरना प्रदर्शन के दौरान फेडरेशन संघ के जिला संयोजक डॉ. के.एल. टाण्डेकर ने कहा कि छग अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन संघ द्वारा राज्य शासन से 16 प्रतिशत बकाया डीए सहित अन्य मांगों पर अपना वादा निभाने की मांग करते हुए आन्दोलन किया जा रहा है। बावजूद इसके शासन द्वारा मांगों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व में फेडरेशन के कलम रख मशाल उठा चरणबद्ध आंदोलन में राज्य शासन को समय-समय पर 14 सूत्रीय मांगपत्र देकर निराकरण हेतु अनुरोध किया जाता रहा है और फेडरेशन मांगपत्र में शामिल कुछ मांग जन-घोषणा पत्र में भी पूर्व से ही उल्लेखित है । किन्तु राज्य शासन द्वारा शासकीय सेवकों के हित में समाधानकारक निर्णय नहीं लेने के कारण कर्मचारी अधिकारी/पेंशनर्स आक्रोशित हैं।
57 से अधिक कर्मचारी-अधिकारी संगठनों का समर्थन
फेडरेशन के जिला महासचिव सतीश ब्यौहरे ने कहा कि मांगों को लेकर प्रान्तव्यापी कलम बंद – काम बंद हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन करके शासन तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किया है और इसमें काफी हद तक सफल भी रहे है, जिसके चलते आज ब्लाक एवं जिला स्तर के कई शासकीय कार्यालयों एवं विभागों में दिनभर कामकाज ठप्प रहा है। शासकीय सेवकों की 14 सूत्रीय मांगों को पूरा करने एवं केन्द्रीय कर्मचारियों की तरह 28 प्रतिशत डीए की मांग सहित, विभिन्न विषयों पर कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि इस आंदोलन को राज्य सेवा के 57 से अधिक कर्मचारी एवं अधिकारी संगठनों का समर्थन प्राप्त है जो राज्य शासन से अपनी मांगों को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिये कमर कस चुके हैं। राजनांदगांव जिला ईकाई के इस आंदोलन में मुख्य रूप से विभिन्न संगठनों एवं संघों के अध्यक्षगण पदाधिकारीगण सदस्यगण सैकड़ों की तादाद में उपस्थित रहे। आंदोलन के संबंध में महासचिव ब्यौहारे ने बताया कि मांग पूरी नहीं होने पर अगले चरण के रूप में वृहद स्तर पर प्रान्तव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन के रूप में परिणीत होगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य शासन की होगी।