डोंगरगढ़ (दावा)। प्रदेश में संचालित 102 महतारी एक्सप्रेस के संचालन करने वाली संस्था जी वी के एम आर आई द्वारा कर्मचारियों के माध्यम से परिचालन में फर्जी एंट्री दर्शाकर प्रतिदिन शासन को हजारों रुपए का आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है. जिसका खुलासा होते ही विकासखंड स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीपी एक्का का स्पष्ट रूप से कहा है कि जो दिख रहा है, उससे स्पष्ट है कि राशि के आहरण के नाम पर कंपनी के कर्मचारियों द्वारा अनियमितताएं की जा रही है. दस्तावेजों की जांच कर शासन को वस्तु स्थिति से अवगत कराया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधित सेवाओं का लाभ देने के लिए 102 महतारी एक्सप्रेस सेवा संचालित की गई है. प्रदेशभर में लगभग 370 एम्बुलेंस का परिचालन रोज चौबीसों घंटे सेवा देने के लिए किया जा रहा है. गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं से संबंधित किसी भी तरह की सहायता जैसे घर से अस्पताल, अस्पताल से घर, प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान के तहत प्रत्येक माह की 9 तारीख को प्रसव पूर्व जाँच, नसबंदी शल्य क्रिया के बाद घर पहुंचाने की सुविधा तथा एक वर्ष तक के बीमार नवजात शिशुओं के लिए महतारी एक्सप्रेस द्वारा परिवहन की नि:शुल्क सुविधा प्रदान की जाती है. प्रदेश में प्रति 72 हजार की जनसंख्या पर एक महतारी एक्सप्रेस एम्बुलेंस की सेवा उपलब्ध है. प्रत्येक एम्बुलेंस में एक ई.एम.टी. (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) और एक ड्राइवर सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे उपलब्ध रहते है. सुविधा देने के नाम से परिजनों से पैसों की मांग -जीवीके इएमआरआई से अपेक्षा प्रथम उत्तरदायी व्यक्ति बनकर बीमार व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचाने की व्यवस्था करना होता है.किंतु स्वास्थ्य सेवाओं के लिए निशुल्क सेवा देने वाली 102 महतारी एक्सप्रेस के परिचालन के दौरान टेक्नीशियन द्वारा हितग्राहियों से राशि की मांग की जाती है. जानकारी के अभाव में ग्रामीण खुशी खुशी सुविधा के नाम से मांगी गई रकम दे देते हैं.
रोस्टर के विरुद्ध 24 घंटे सेवा एक ही व्यक्ति द्वारा – माह में अनेक मर्तबा एक ही व्यक्ति द्वारा 24 घंटे सेवा दी जाती है जो वाहन चलाने के दौरान जच्चा बच्चा सहित सभी के लिए खतरनाक हो सकता है. आर्थिक लाभ के लालच में कर्मचारी 24 घंटे से सेवा देने तैयार रहते हैं.कर्मचारियों का ड्यूटी रोस्टर बना हुआ है. कि प्रत्येक कर्मचारी 12- 12 घंटे तक ही ड्यूटी करें. परंतु कुछ कर्मचारियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से रायपुर में बैठे अधिकारियों द्वारा ही कंपनी द्वारा बनाए गए रोस्टर का उल्लंघन कर लाभ कमाया जा रहा है.
प्रतिमाह 20 से 30 ट्रीप की फर्जी इंट्री
प्राप्त दस्तावेजों का अवलोकन करने पर पाया गया कि 102 महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारियों द्वारा जनवरी 2021 से अभी तक अनेक मर्तबा डोंगरगढ़ से बोरतलाव आने जाने में ही 20 से 30 ट्रीप के परिचालन होने की बात रजिस्टर में दर्शाई गई है, जो किसी भी स्थिति में संभव नहीं है. 16 किलोमीटर दूरी के क्षतिग्रस्त मार्ग पर मात्र 20 मिनट का समय दर्शाया गया है. जो किसी भी स्थिति में संभव नहीं है।