Home छत्तीसगढ़ अपराध का गढ़ बन रहा संस्कारधानी, पुलिस पस्त अपराधी मस्त

अपराध का गढ़ बन रहा संस्कारधानी, पुलिस पस्त अपराधी मस्त

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राजनांदगांव (दावा)। संस्कारधानी के नाम से विख्यात राजनांदगांव शहर पिछले कुछ समय से अपराध का गढ़ बनता जा रहा है। शहर में हत्या, पिस्टल लहराना, चाकूबाजी सहित अन्य अपराध आम बात हो गई है। शहर में अपराधियों का बोलबाला चल रहा है। एक तहर से शहर में अपराधी मस्त है और पुलिस पस्त पड़ी हुई है। अपराध होने के बाद ही पुलिस मुस्तैद नजर आती है। अपराध को रोकने पुलिस नाकाम साबित हो रही है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से शहर में हत्या, चाकूबाजी, चोरी सहित अन्य अपराधों को ग्राफ में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। लगातार बढ़ रहे अपराध को लेकर शहरवासियों में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर आक्रोश नजर आ रहा है। पिछले कुछ दिनों में शहर में लगातार चाकूबाजी सहित दो गुटों में लड़ाई का मामला सामने आया है।


चार दिन में हत्या, चाकूबाजी व पिस्टल लहराने का मामला

शहर में अपराधी इतने बेखौफ हो गए हैं। इसका अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि पिछले सप्ताह भर में शहर में चाकूबाजी की लगातार तीन घटनाएं हुई है। जिसमें एक मामले में तुलसीपुर में आपसी रंजिश में हुए विवाद बाद युवक की सरेआम चाकू मारकर हत्या कर दी गई है। वहीं दूसरे मामले में रुपए नहीं देने पर सृष्टि कालोनी में एक आरोपी ने दुकानदार पिता-पुत्र पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। वहीं तीसरा मामला तो इससे भी कहीं अधिक बढक़र है। रौब दिखाने ढाबा निवासी पिता-पुत्र द्वारा मोहारा बायपास रोड़ में बकायदा पिस्टल लहराया जा रहा था। यानि शहर में अपराधियों को पुलिस व कानून का कोई भय ही नहीं है और खुलेआम अपराधिक घटना को बेखौफ अंजाम दे रहे हैं।


अपराधियों की धरपकड़ का दिखावा, कम नहीं हुआ अपराध

पुलिस प्रशासन द्वारा शहर में लगातार बढ़ रहे अपराधों को लेकर कुछ दिनों पहले अपराधिक तत्वों की धरपकड़ करने का दावा किया गया था। इस दौरान पुलिस द्वारा पुराने कुछ अपराधियों को पकड़ कर समझाइस दी गई थी। इसके बाद शहर में अपराध की घटना और बढऩे लगी है। अपराधी खुलेआम हथियार लेकर घूम रहे हैं। वहीं किसी के साथ विवाद होने की स्थिति में जानलेवा हमला से भी नहीं चूक रहे हैं। ऐसे में आम नागरिकों में अपराध को लेकर भय का माहौल है। वहीं पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। संस्कारधानी पुलिस की नाकामी की वजह से धीरे-धीरे अपराधियों का गढ़ बन रहा है।


हुक्का, सट्टा और जुआं का गोरखधंधा खुलेआम

शहर में एक ओर अपराध लगातार बढ़ रहा है। वहीं हुक्का बार, सट्टा और जुआ जैसे गोरखधंधा भी खुलेआम चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार सट्टा-जुआ का काला कारोबार पुलिस के संरक्षण में ही बेखौफ चल रहा है। वहीं शहर के कुछ बड़े होटलों में गैर कानूनी तरीके से हुक्का बार संचालन का लंबे समय से शिकायत सामने आ रही है। बावजूद इसके पुलिस द्वारा किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिले में सट्टा जुआ का कारोबार इस कदर फैल रहा है कि नाबालिग बालकों को भी इसकी लत लग गई है। ऐसे मेंं ऐसे लोगों के अपराध की दुनिया में कदम रखने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। फिलहाल शहर सहित जिले में बढ़ रहे लगातार अपराध पर पुलिस अंकुश नहीं लगा पा रहा है।

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