० बढऩे लगी मरीजों की संख्या
० सफाई कर्मचारियों सहित वार्ड ब्वॉय बढ़ाने की जरूरत
राजनांदगांव(दावा)। बसंतपुर स्थित जिला चिकित्सालय से मेडिकल कालेज हास्पिटल पेंड्री स्थानांतरण हो जाने के बाद जिला चिकित्सालय में मरीजों की संख्या कुछ कम हो गई थी। अब जैसे-जैसे यहां सुविधाए बढऩे लगी हैं, मरीजों का रूख फिर से जिला चिकित्सालय की ओर होने लगा है।
बसंतपुर जिला चिकित्सालय से मेडिकल कालेज चिकित्सालय के स्थानांतरण होते ही यहां से विशेषज्ञ डाक्टरों के स्टाफ से लेकर तमाम चिकित्सीय सुविधा वाले उपकरण टेबल कुर्सी कम्प्यूटर आदि सभी चले गये थे, जिससे जिला अस्पताल में सुविधाओं का अभाव हो गया था। यहां तक कि मरीजों के पर्ची बनाने के लिए कम्प्यूटर तक नहीं रह गया था। बेचारे कर्मी अस्पताल आने वाले मरीजों को हाथ में लिखकर पर्ची दे रहे थे। अभाव के बीच झूलते जिला अस्पताल का कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा द्वारा निरीक्षण किये जाने उपरांत मरीजों की परेशानी सामने आनेे पर तत्काल सम्बंधित व्यवस्था बढ़ाने सिविल सर्जन को निर्देश दिये जिसके चलते जिला अस्पताल में अब मरीजों के लिए सुविधाए उपलब्ध होने लगी है। मरीजों को कम्प्यूराइज्ड रजिस्ट्रेशन की सुविधा मिलते ही अस्पताल में मरीजों की भीड़ देखने को मिल रही है। मरीजों के वेटिंग के लिए चेयर की भी व्यवस्था की गई है। अस्पताल में धीरे-धीरे दवाइयां की कमी दूर हो रही है, वही व्यवस्था को चाक चौबंद बनाने का भरसक प्रयत्न किया जा रहा है। वार्डों की लगातार सफाई व अस्पताल परिसर को साफ-सुथरा रखने को जोर दिया जा रहा है। जिसके चलते अस्पताल चकाचक दिखने लगा है।
जिला अस्पताल के वार्डों व 100 बिस्तर वाले मातृ शिशु अस्पताल में भर्ती मरीजों को पौष्टिक भोजन की उपलब्धता के साथ-साथ यहां आने वाले मरीजों व उनके परिजनों की जागरूकता के लिए पोस्टर भी चस्पा कराए गये है। कुल मिलाकर देखा जाए तो पूरे परिसर में बेहतर वातावरण बनाने के भरसक रूप से प्रयास किया जा रहा है। इससे मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा है। अस्पताल में रोजाना तीन से साढ़े तीन सौ मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे है।
सुबह-शाम खुल रहा ओपीडी
जिला चिकित्सालय में आने वाले मरीजों के लिए सुबह-शाम ओपीडी खुल रही है। जहां डाक्टरों की मौजुदगी बनी रहती है। मातृ-शिशु अस्पताल में जहां बच्चों के लिए डॉ. माधुरी खूंटे व गर्भवती महिलाओं के लिए डॉ. विमल खूटे का चिकित्सीय लाभ मिल रहा है। आर्थों में डॉ. सादानी, सर्जरी में डॉ. डी.सी. जैन व पी.के. गुप्ता, डेन्टल में डॉ. भानुप्रिया व आंख की डाक्टर तथा नाक कान, कला सहित मेडिसीन में डॉ. आर.एस. ठाकुर की सुविधाए मरीजों को मिल रही है। सिविल सर्जन डॉ. यु.के. चन्द्रवंशी की देखरेख में समूचा स्टाफ जिला चिकित्सालय को पहले की तरह पूर्ण सुविधा युक्त बनाने में जुटा हुआ है। वर्तमान में अस्पताल में सिटी स्कैन, सोनोग्राफी व एक्सरे की सुविधा उपलब्ध है। वेंटीलेटर, नवजात बच्चों को गर्म रखने की मशीन मानीटर व आर्थों के लिए आवश्यक मशीने जुटाई जानी है। कलेक्टर के निर्देश के बाद धीरे-धीरे सभी सुविधाए एक-एक कर उपलब्ध होने लगेगी। बताया जा रहा है कि अब जिला चिकित्सालय में 30 डाक्टर अपनी सेवाए देगे। ओपीडी के साथ ही वार्ड में भी इनकी डयूटी रहेगी।
अस्पताल सूत्रों की माने तो जिला चिकित्सालय की व्यवस्था और भी सुदृढ़ बनाने सफाई कर्मचारियों की संख्या व वार्ड बाय बढ़ाने की जरूरत है। चूंकि जिला अस्पताल शहर के बीच होने के कारण ज्यादातर मरीज 5 किमी. दूर पेंड्री मेडिकल कालेज जाने के बजाए उपचार के लिए यहां आना पसंद कर रहे है। काम्पलिकेटेड केेसेज मेकाहारा भेजने के बजाय सीधे मेडिकल कालेज अस्पताल पेंड्री भेजा जा रहा है।