- सीमावर्ती चेकपोस्ट और भीड़ वाले स्थानों में कोविड सैम्पल जांच बढ़ाने के दिए निर्देश
- दुकानों, बाजारों, भीड़ वाले स्थानों मास्क और प्रोटोकाल का पालन नहीं करने वालों पर अर्थदण्ड की कार्रवाई करें
- 15 से 18 वर्ष के बच्चों के शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए कार्ययोजना बनाकर पूरा करने के निर्देश दिए
- जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत करने के दिए निर्देश
- समय-सीमा की बैठक संपन्न राजनांदगांव 04 जनवरी 2022। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का फैलाव तेजी से हो रहा है। सभी को सतर्क रहते हुए कार्य करने की जरूरत है। कोविड संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन जरूरी है। इसके लिए उन्होंने सभी अधिकारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण के फैलाव को देखते हुए जिले में स्वास्थ्य सुविधा एवं संसाधन को मजबूत करें। टेस्टिंग, ट्रेसिंग, टीकाकरण, कोविड प्रोटोकॉल और होम आईसोलेशन संक्रमण को रोकने का महत्वपूर्ण हथियार है। स्वास्थ्य टीम, अधिकारी और फ्रंट लाईन वर्कर कोविड संक्रमण से नागरिकों की सुरक्षा के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में पूरी व्यवस्था होनी चाहिए। अस्पतालों में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर, एक्स-रे मशीन, बैड, मेडिकल स्टॉफ की ट्रेनिंग, मास्क, सेनेटाईजर, पीपीई किट तथा दवाईयों की सुदृढ़ व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं, वहां माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाई जाए और उस क्षेत्र में सभी लोगों का सैम्पल जांच जरूर करें। कोविड संक्रमण को ध्यान में रखते हुए होम आईसोलेशन के लिए दवाई का किट तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दवाई किट में डॉक्टर और कोविड कंट्रोल रूम का नंबर उपलब्ध कराएं तथा सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाई की उपलब्धता सुनिश्चित करें। होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीज से डॉक्टर फोन से बात कर स्वास्थ्य की जानकारी लगातार लेते रहें। कोविड संक्रमण से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नगरीय एवं पंचायतों में आईसोलेशन सेंटर के लिए स्थान चिन्हांकित करें। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक में अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए टीकाकरण बहुत ही जरूरी है। टीकाकरण होने से लोग संक्रमित हो सकते हैं, लेकिन गंभीर स्थिति नहीं आती है। जिन्होंने कोविड टीकाकरण का दूसरा डोज नहीं लगाया है, वे दूसरा डोज जरूर लगाएं। उन्होंने कहा कि अब स्वयं सुरक्षित होने के बाद बच्चों को सुरक्षित रखना जरूरी है। उन्होंने 15 से 18 वर्ष के बच्चों के शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए कार्ययोजना बनाकर पूरा करने के निर्देश दिए। स्कूलों में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचकर सभी बच्चों का टीकाकरण अनिवार्य रूप से करें। प्रतिदिन टीकाकरण करने वाले नागरिकों का ऑनलाईन एण्ट्री करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों पर कड़ी निगरानी रखी जाए। जिले में प्रवेश करने के पहले चेक पोस्ट में यात्रियों का कोविड टेस्ट कड़ाई से करें। बैंक, बाजार, धान खरीदी केन्द्र, रेल्वे स्टेशन, बस स्टैण्ड, बाजार एवं भीड़-भाड़ वाले स्थानों में कोविड टेस्टिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दुकानों, बाजारों, भीड़ वाले स्थानों में मास्क और प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वालों पर अर्थदण्ड की कार्रवाई करें। बैंकों में प्रोटोकाल का पालन करवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न सांस्कृतिक, सामाजिक कार्यक्रमों में निर्देश के अनुसार प्रोटोकॉल पालन का निरीक्षण करें। प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि कोरोना पॉजिटिव आने और होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों की प्रतिदिन मॉनिटरिंग होनी चाहिए। डॉक्टर मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी जरूर लें।
जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर ने कहा कि 15 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण के लिए कार्ययोजना तैयार कर टीम स्कूलों में भेंजे। सभी बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण करना सुनिश्चित करें। टीकाकरण का प्रतिदिन ऑनलाईन एण्ट्री होनी चाहिए। इस अवसर पर वन मंडलाधिकारी राजनांदगांव श्री एन गुरूनाथन, वन मंडलाधिकारी श्री संजय यादव, अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त श्री आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम राजनांदगांव श्री अरूण वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से विकासखंड स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।