सहारा के निवेशकों को बड़ा झटका, गत माह गिरफ्तार चार डायरेक्टरों ने दिया था चेक
आरोपियों ने न्यायालय में दिया था शपथ पत्र
राजनांदगांव (दावा)। जिले में सहारा इंडिया के निवेशकों को एक बार फिर बड़ा झटका लगा। राजनांदगांव जिले में सहारा इंडिया की सहयोगी कम्पनी में निवेशकों द्वारा लगभग 15 करोड़ रूपए निवेश किए गए थे. गिरफ्तारी की कार्यवाही बाद निवेशकों को राहत मिली थी कि उनका पैसा वापस हो जाएगा. क्योंकि डायरेक्टरों द्वारा 15 करोड़ रूपए देना स्वीकारा था और उसके एवज में 5 करोड़ रूपए आरटीजीएस भी कर दिया गया था तथा 10 करोड़ का चेक प्रशासन को दिया था. जिसके बाद उन्हें न्यायालय से जमानत मिल गई थी. लेकिन अब यहां 10 करोड़ का चेक बाऊंस होने की खबर सामने आ रही है. बड़े संघर्ष के बाद निवेशकोंं में आश जगी थी. लेकिन अब वह बुझती नजर आ रही है।
पूरा मामला इस प्रकार है
सहारा इंडिया के चार डायरेक्टरों को राजनांदगांव पुलिस ने 1& मई 2022 को न्यायालय में पेश किया गया था. जहां पर राजनांदगांव के निवेशकों का 15 करोड़ रूपए वापस करने के संबंध में शपथ पत्र कंपनी द्वारा दिया गया था. जिसके बाद सहारा के चारों डायरेक्टरों को जमानत मिल गई थी. सहारा की सहयोगी कम्पनी सहारियन यूनिवर्सल मल्टिपरपस सोसायटी लिमिटेड के दो आरोपी मोहम्मद खालिद, शैलेष मोहन सहाय को लखनऊ से, सहारा क्यू शाप यूनिक प्रोडक्टशन रेंज लिमिटेड के प्रदीप कुमार तथा सहारा क्रेडिट कारपोरेटिव सोसायटी लिमिटेड लालजी वर्मा को गिरफ्तार किया गया था. इन सभी के द्वारा शपथ पत्र देने के बाद सभी चारों डायरेक्टरों को जमानत पर रिहा कर दिया गया था. लेकिन अब चेक बाऊंस होने की खबर सामने आने के बाद शासन और प्रशासन दोनों के होश उड़ गए है. अब एक बार फिर से कार्यवाही करने की तैयारी की जा रही है. लेकिन इस मामले को लेकर शासन और प्रशासन का खुलकर नहीं बोल पा रहा है और सभी अलग-अलग बाते कह रहे है.
इस मामले में बनाए गए है नोडल अधिकारी
सहारा इंडिया के निवेशकों को पैसा वापस करने एवं उचित कार्यवाही के लिए प्रशासन द्वारा एक टीम गठित की गई थी जिसमें नोडल अधिकारी बनाए गए थे. टीम में अपर कलेक्टर सीएल मारकंडे, एसडीएम अरूण वर्मा एवं सीएसपी गौरव राय के अलावा अन्य अधिकारी, कर्मचारी शामिल किए गए थे. सहारा इंडिया के निवेशकों को पैसा वापस लौटाने के लिए दस्तावेज भी जमा कराए गए थे. लेकिन अब 10 करोड़ के चेक बाऊंस की खबर सामने आने के बाद सभी के होश उड़ गए है.
कलेक्टोरेट से ही पता चल पाएगा- वर्मा
इस संबंध में एसडीएम अरूण वर्मा ने कहा कि सहारा इंडिया के द्वारा दिए गए 10 करोड़ के चेक बांउस के संबंध में कलेक्टोरेट से ही पता चल पाएगा. इस संंबंध में मैं कुछ नहीं बता पाऊंगा.
10 करोड़ आया है या नहीं मेरी जानकारी में नहीं-राय
सहारा इंडिया के डायरेक्टरों द्वारा 15 करोड़ रूपए शासन के खाते में डालने की बात कही गई थी. जिसमें 5 करोड़ रूपए तो खाते में आ गए थे. लेकिन 10 करोड़ के चेक बाऊंस वाली जानकारी मुझे नहीं है. चदि चेक बाउंस हुआ होगा तो यह मामला सिविल में जाएगा. क्योंकि यह क्रिमनल मामला होता नहीं है.
कम्पनी को पत्र लिखा है – मारकंडे
वहीं इस संबंध में नोडल अधिकारी सीएल मारकंडे ने बताया कि 10 करोड़ के चेक बाउंस में तीन महीने का समय रहता है. अभी तो डेढ़ महीना हुआ है. हमने कम्पनी को पत्र लिखा है.