शहीद पंकज विक्रम खेल पुरस्कार से भी हो चुकी हैं सुशोभित
राजनांदगांव (दावा)। संस्कारधानी नगरी को आज फिर एक अवसर अपना सीना चौड़ा करने का प्राप्त हुआ है। सात से ग्यारह सितंबर तक टर्की में आयोजित 10वीं कॉमनवेल्थ कराते चैंपियन में हिस्सा लेने नगर की बेटी कु. मोनिका पाढ़ी 31 अगस्त को दिल्ली से रवाना हुई है। अनेक प्रतियोगिताओं में अवार्ड प्राप्त कर चुकी मोनिका ने 08 सितंबर को बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया। जिला कराते संघ के सचिव तथा कु. मोनिका पाढ़ी के कराते कोच शिहान मुरली सिंह भरतद्वाज ने बताया कि 7 से 11 सितंबर तक इंग्लैंड के बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ कराते चैंपियनशिप में राजनांदगांव की कु. मोनिका पाढ़ी हिस्सा लेने रवाना हुई हैं। उक्त प्रतियोगिता में 20 देशों के कुल 500 कराते खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि कु. मोनिका छत्तीसगढ़ से अकेली खिलाड़ी है जिसे पूर्व प्रदर्शन के आधार पर उक्त गौरवशाली प्रतियोगिता में जाने का अवसर मिला है। कराते इंडिया ऑर्गेनाइजेशन (किओ) के मेंटर हांशी भारत शर्मा, जो वर्ल्ड कराते फेडरेशन के टेक्निकल मेंबर भी हैं, के नेतृत्व में 50 खिलाडिय़ों का दल टर्की पहुंचा है। 08 सितंबर को कु. मोनिका पाढ़ी ने अपने गु्रप में बेहतर प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम कर संस्कारधानी को गौरवान्वित किया है। यह भी जानकारी मिली है कि छत्तीसगढ़ की अकेली खिलाड़ी मोनिका का चयन महिलाओं की इंडिविजुअल कुमिते (फाइट) एवं टीम फाइट स्पर्धा के लिए हुआ था। इसमें उनके द्वारा विगत राष्ट्रीय स्पर्धा में उनके उत्कृष्ठ प्रदर्शन की भूमिका रही है। अनेक पुरस्कारों की हकदार बनी मोनिका को उनके कराते कौशल के चलते ही छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पंकज विक्रम खेल पुरस्कार प्रदान किया जा चुका है। मोनिका की इस उपलब्धि पर छत्तीसगढ़ कराते एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय तिवारी, महासचिव अमल ताल्लुकदार, सह-सचिव बी नायडू सहित राजनांदगांव मार्शल आर्ट अकादमी के समस्त खिलाडिय़ों ने शुभकामनाएं दी हैं।
सेवानिवृत्त सहायक खाद्य अधिकारी महेंद्र-कल्पना पाढ़ी की हैं सुपुत्री
राजनांदगांव के लिए यह अत्यंत गौरव की बात है कि शहर की बेटी ने आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जिले सहित प्रदेश को गौरवान्वित होने का अवसर प्रदान किया है। कु. मोनिका की स्कूली शिक्षा स्थानीय वेडनर इंग्लिश स्कूल तथा जेएलएम गायत्री विद्या पीठ में संपन्न हुई है। वे सेवानिवृत सहायक खाद्य अधिकारी महेंद्रनाथ पाढ़ी-कल्पना पाढ़ी की सुपुत्री हैं।