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प्री-मैट्रिक आदिवासी छात्रावास में बच्चे भूख प्यास से बेहाल

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राजनांदगांव (दावा)। नक्सल हिंसा में अपने माता पिता खो चुके प्री मैट्रिक नक्सल पीडि़त छात्रावास कौरिनभाठा के बच्चे भूख प्यास से बेहाल स्थिति का सामना कर रहे हैं। उपरोक्त जानकारी देते हुए संस्कार श्रद्धांजलि के अध्यक्ष सतीश भट्टड़ ने बताया कि उन्हें कुछ दिन पूर्व प्री मेट्रिक नक्सल पीडि़त छात्रावास के कुछ बच्चों ने उन्हें जानकारी दी कि उन्हें न ही नास्ता मिलता है, न ही पेट भर भोजन। शिकायत मिलने पर आज संस्था के पदाधिकारियों ने छात्रावास का निरीक्षण कर उपस्थित बच्चों व स्टाफ से मिलकर पूरी जानकारी प्राप्त की तो बच्चों की शिकायत सही मिली।
ज्ञात रहे संस्कार श्रद्धांजलि द्वारा प्रारंभ से ही नक्सल पीडि़त बच्चों की देखभाल के साथ समय-समय पर नास्ता, दवाई, कापी, किताब व आवश्यक वस्तुओं के साथ ही इन्हें ग्रीष्म व शीतकालीन छुट्टियों में घूमने भी ले जाती रही है, इसलिए ये बच्चे भूखे व बेबस रहने पर संस्था अध्यक्ष को वर्तमान स्थिति से अवगत कराया। जिस पर संस्था ने तुरंत संज्ञान लेते हुए बच्चों की असलियत को जानने छात्रावास जाकर उपस्थित बच्चों से मिलने पर यह बात सामने आई कि इसका प्रभारी महेन्द्र उके कई महीनों से यहाँ झांकने तक नहीं आये है। शासन से मिलने वाली बच्चों के नास्ते व भोजन की राशि स्वयं ही डकार ली जाती है। इससे पूर्व भी इन्हीं हरकतों से उसे निष्कासित किया जा चुका है।
संस्था अध्यक्ष सतीश भट्टड़ सहित उपस्थित सभी सदस्यों ने महेन्द्र उके को तत्काल बर्खास्त करने की मांग कलेक्टर से की है। साथ ही बच्चों को भर पेट भोजन नास्ता के साथ छात्रावास की खिड़कियों में मच्छरों के आतंक से बचाव हेतु जाली लगाने की मांग भी की है। जिससे बच्चों को ड़ेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों से बचाया जा सके। इस अवसर संस्था की ममता बुद्धन, सुधा पवार, पदमा साहू, नरेंद्र तायवाड़े, दुर्गा भुनेश्वर उपस्थित थे।

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