तुर्की और सीरिया में भूकंप सोमवार को भारतीय समय के अनुसार सुबह 6 बजकर 58 मिनट पर आया, लेकिन भारत ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ अभियान पर पर काम महज एक घंटे के अंदर ही शुरू कर दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशानिर्देश के तुरंत बाद सोमवार यानी 6 फरवरी की सुबह 7:30 से 8 के बीच ‘ऑपरेशन दोस्त’ की तैयारी पर चर्चा की शुरुआत हो गई.
साउथ ब्लॉक यानी विदेश मंत्रालय में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सुबह 10 बजे एक बैठक की. फिर दोपहर 12:30 बजे प्रिंसिपल सेक्रेटरी पी. के. मिश्रा ने विभिन्न मंत्रालयों की बैठक की. बैठक में कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, स्वास्थ्य सचिव, सिविल एविएशन सचिव, एनडीआरएफ महानिदेशक, एनडीएमए महानिदेशक के अलावा आईडीएस हेडक्वॉर्टर के अधिकारी भी शामिल थे.
दोपहर 12:30 बजे शुरू हुई बैठक 1:30 तक चली. गौरतलब है कि बैठक तब शुरू हुई, जब तुर्की की तरफ से मदद के लिए भारत को किसी तरह का आधिकारिक अनुरोध भी नहीं मिला था. लेकिन बैठक के बीच ही करीब 1 बजे भारत को तुर्की की तरफ से सहायता के लिए अनुरोध भी आ गया. प्रधानमंत्री मोदी करीब 11:30 बजे ही तुर्की में भूकंप को लेकर भारत की एकजुटता और हर संभव मदद की प्रतिबद्धता जाहिर कर चुके थे