स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की तीन दिवसीय समीक्षा बैठक राजधानी रायपुर में आज से शुरू हुई। आज दिन भर चली बैठक में विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। साथ ही चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 की कार्ययोजना पर भी चर्चा की गई। स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर. ने स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक श्री भीम सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री भोसकर विलास संदीपन, महामारी नियंत्रण के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विभागीय कामकाज की समीक्षा की। सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन, संभागीय संयुक्त संचालक, जिलों में पदस्थ विभागीय उप संचालक, ज़िला कार्यक्रम प्रबन्धक, जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा स्वास्थ्य विभाग एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।
संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं श्री भीम सिंह ने बैठक में मैदानी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में आ रही कठिनाइयों और उनके संभावित निदान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने चालू अप्रैल महीने की समाप्ति तक आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत सभी अस्पतालों के लंबित क्लेम राशि का नियमानुसार भुगतान पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने भुगतान के लंबित मामलों के निराकरण के लिए हर तीन महीने में समीक्षा करने को कहा। उन्होंने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत डिजिटल रिकॉर्ड लिंकिंग बढ़ाने को कहा। इससे स्कैन एंड शेयर के माध्यम से पंजीयन से मरीज अस्पताल की लंबी लाइन से बच सकते हैं।
श्री भीम सिंह ने अस्पतालों के अधोसंरचना निर्माण के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने एड्स के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ एचआईवी-एड्स से मृत्यु के मामलों में कमी लाने के लिए इसके मरीजों के इलाज का फॉलो-अप बढ़ाने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। बैठक में चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 में स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की कार्ययोजना पर भी चर्चा की गई। आज की बैठक में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना, मातृ स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, चिरायु योजना, एड्स नियंत्रण कार्यक्रम तथा परिवार कल्याण कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गई।