मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से यहां उनके निवास कार्यालय में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई मिशन की प्रथम सचिव सुश्री बरखा ताम्रकार ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री से ब्रांड छत्तीसगढ़ को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के विषय पर विचार-विमर्श किया।
मुख्यमंत्री को चर्चा के दौरान सुश्री ताम्रकार ने बताया कि छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति, कला, खान-पान, वन एवं जैविक उत्पाद, पर्यटन स्थल आदि बहुत खास हैं। छत्तीसगढ़ की इन्हीं खूबियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रोमोट करने पर राज्य एक ब्रांड के रूप में उभरेगा। सुश्री ताम्रकार ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कोदो-कुटकी, रागी आदि मिलेट्स को बढ़ावा देने किये जा रहे कार्यों की भी सराहना की। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष भी घोषित किया है। छत्तीसगढ़ में मिलेट्स के लिए उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल को सुश्री ताम्रकार ने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ की जनजातीय संस्कृति अनूठी है। अंतरराष्ट्रीय दूतावासों के उच्च अधिकारियों के विशेष टूर आयोजित कर छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति से परिचित कराया जाना चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय कॉन्क्लेव द्वारा विदेशी नागरिक यहां की विशेषताओं को जान सकेंगे। साथ ही छत्तीसगढ़ के युवाओं को संयुक्त राष्ट्र से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं में इंटर्नशिप प्रोग्राम के लिए भेजा जाना चाहिए, इससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय एक्स्पोज़र मिलेगा। छत्तीसगढ़ बोर्ड के पाठ्यक्रम में एक विदेशी भाषा भी सिखाई जा सकती है।