रायपुर में मंगलवार की दोपहर को किसान रथ यात्रा निकाली गई। यात्रा में प्रदेशभर के किसानों ने हिस्सा लिया। इसमें किसानों ने समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा मिलने की मांग की। किसान मोर्चा के नेतृत्व में निकाली गई इस रथ यात्रा का आज दूसरा चरण था। जिसके जरिए किसान,मजदूरों और छात्रों के हित से जुड़े कई मुद्दों पर आवाज उठाई गई। ये यात्रा आजाद चौक से शुरू होकर टिकरापारा से होते हुए पुरानी धमतरी रोड के ग्रामीण इलाकों तक जाएगी।
इस यात्रा में छत्तीसगढ़ किसान मोर्चा की मुख्य मांग है कि सरकार फसल के समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा दे। साथ ही जो फसल खरीदी बिक्री मंडिया बंद हैं, उसे वापस खोला जाए और वहां समर्थन मूल्य में ही खरीदी की जाये। छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों को सरकारी या गैर सरकारी संस्थानों में 100 प्रतिशत रोजगार मिले। इसके अलावा प्रदेश भर के प्राइमरी स्कूलों में छत्तीसगढ़ी मातृभाषा में पढ़ाई अनिवार्य की जाए
रथयात्रा का उद्देश्य
इस रथयात्रा का उद्देश्य गांवों में भ्रमण कर किसानों के मुद्दों को उठाना और उनके साथ होने वाले शोषण को रोकना है। साथ ही साथ छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों को रोजगार दिलवाना है। इसके लिये यात्रा को कई गांव से निकाला जायेगा। साथ ही रायपुर के आसपास के गांवों से होकर ये यात्रा कुम्हारी और धमधा से निकलेगी।
जिसके बाद बेमेतरा के प्रमुख गांवों से होते हुए 2 मई को सिरपुर में समाप्त होगी। इस बीच यात्रा में 1 मई को मजदूर दिवस के दिन नुक्कड़ सभा का आयोजन किया जाएगा। इस यात्रा का नेतृत्व किसान मोर्चा के प्रदेश नेता जी.पी.चंद्राकर कर रहे हैं।