राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ में शुक्रवार को पहली बार रोपवे रेस्क्यू मॉकड्रिल किया गया। डोंगरगढ़ मां बम्लेश्वरी देवी ट्रस्ट द्वारा संयुक्त मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। ओडिशा के धर्म स्थल देवघर में 2022 में हुए रोपवे हादसे के बाद केंद्र सरकार ने गाइडलाइन जारी की थी।
भारत के सभी राज्यों के पर्यटन स्थलों में लगे रोपवे का आपातकालीन स्थिति में सावधानीपूर्वक रेस्क्यू करने के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार, पुलिस-प्रशासन को निर्देश जारी किए गए थे।इसके लिए रोपवे रेस्क्यू मॉकड्रिल डेमो करने के निर्देश भी दिए गए थे। जिसके बाद डोंगरगढ़ में भी NDRF और SDRF ने मॉकड्रिल किया।
रोप की सहायता से रेस्क्यू
यह डेमो ऑपरेशन रोपवे में अचानक आई तकनीकी खराबी होने पर इसमें फंसे यात्रियों को सफलतापूर्वक सुरक्षित बाहर निकालने के लिए परिस्थितियों के अनुसार रोप पद्धतियों से अभियान को सफल बनाने रेस्क्यू डेमो प्रस्तुत किया गया है।
मेडिकल टीम ने सीपीआर की जानकारी भी दी
NDRF के द्वारा रेस्क्यू किए गए यात्रियों या मरीजों में से अगर किसी की हालात नाजुक हो, तो इस स्थिति में मरीज की जान सीपीआर देकर भी बचाई जा सकती है।
रेस्क्यू ऑपरेशन डेमो में कुल 125 जवानों ने दिखाया जज्बा
इस अभियान में NDRF इंस्पेक्टर SK त्रिपाठी के नेतृत्व में मॉकड्रिल के माध्यम से NDRF टीम द्वारा रोपवे में अचानक तकनीकी खराबी आ जाने से फंसे हुए लोगों को कैसे सुरक्षित निकाला जाए, इसका अभ्यास किया गया। इस अभ्यास में NDRF टीम के 25 जवान, SDRF CG टीम के 15 जवान, FIRE ब्रिगेड के 10 जवान, स्थानीय पुलिस के 5 जवान, स्वास्थ्य विभाग के 5 कर्मचारियों के साथ ही दामोदर रोपवे इन्फ्रा. के 15 कर्मचारी और मंदिर ट्रस्ट के 50 से अधिक कर्मचारी शामिल थे।
यात्रियों ने देखा डेमो, की तारीफ
मां बम्लेश्वरी मंदिर के ट्रस्टीगण अध्यक्ष मनोज अग्रवाल, उपाध्यक्ष अनिल गट्टाणी, संजय श्रीवास्तव, मंत्री महेन्द्र परिहार, बबलू शांडिल्य, चंद्र प्रकाश मिश्रा, प्रकाश बिंदल, पीताम्बर स्वामी, संजीव गोमास्ता, अजय ठाकुर, छेदीलाल अग्रवाल, प्रशानिक अधिकारी एसडीएम गिरीश रामटेके, एसडीओपी प्रभात पटेल, नगर थाना निरीक्षक एमन साहू सहित पत्रकारगण, शहर के गणमान्य लोग, भारी संख्या में मां बम्लेश्वरी दर्शनार्थियों ने डेमो देखा और खूब सराहना की।