दुनिया की प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि आगामी जी20 बैठक के लिए नई दिल्ली आने वाले हैं. इसके लिए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने व्यापक सुरक्षा उपाय किए हैं. दिल्ली पुलिस और अन्य अर्धसैनिक इकाइयां, विशेष रूप से जी20 शिखर सम्मेलन में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैनात की गई हैं. इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित कैमरे, सॉफ्टवेयर अलार्म और ड्रोन का उपयोग सर्विलांस और शिखर सम्मेलन के स्थानों पर अचूक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा.
NSG, IAF-ATC के साथ कोआर्डिनेशन में करेगी कामइसके अलावा, अमेरिका से सीआईए, यूनाइटेड किंगडम से एमआई-6 और चीन से एमएसएस सहित अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा खुफिया एजेंसियों की टीमें भी अपने संबंधित प्रतिनिधियों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए पहले ही दिल्ली पहुंच चुकी हैं. जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान संभावित ड्रोन अटैक के किसी भी संभावित खतरे को बेअसर करने के लिए एनएसजी, भारतीय वायु सेना, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम करेगा.
अतिथियों की सुरक्षा करेगी CRPF की ‘स्पेशल 50’ टीमकेंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) द्वारा वीआईपी सुरक्षा में अनुभव रखने वाले लगभग 1,000 सुरक्षा कर्मियों की एक ‘स्पेशल 50’ टीम तैयार की गई है. दिल्ली पुलिस के डॉग स्क्वाड ने मंगलवार को सामान, वाहनों और पैकेजों में रखे गए डमी विस्फोटकों का पता लगाने के लिए मॉक ड्रिल की. जी-20 वर्ल्ड लीडर्स का शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित होने वाला है. इस शिखर सम्मेलन के भारत में विश्व नेताओं की अब हुईं सबसे बड़ी बैठकों में से एक होने की उम्मीद है.
भारत ने जी20 की अध्यक्षता का हस्तानांतरण ब्राजील को
भारत ने 1 दिसंबर, 2022 को इंडोनेशिया से जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की थी. ‘G20’ या ‘ग्रुप ऑफ 20’ दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतरसरकारी मंच है. इस समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके, अमेरिका और यूरोपीय यूनियन शामिल हैं. भारत ने जी20 की अध्यक्षता का हस्तानांतरण ब्राजील को कर दिया है. अब अगला जी20 शिखर सम्मेलन ब्राजील में आयोजित होगा.