दिल्ली में जी20 सम्मेलन के सफल आयोजन के बाद ‘बेटन’ अब ब्राजील (Brazil) के हाथ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा (Luiz Inácio Lula da Silva) को जी-20 की अध्यक्षता सौंपी. पीएम मोदी ने अध्यक्षता सौंपते हुए कहा, ‘ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो को मैं हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं और उन्हें G-20 की अध्यक्षता सौंपता हूं.’ ब्राजील आधिकारिक रूप से इस साल एक दिसंबर में जी20 समूह के अध्यक्ष का कार्यभार संभालेगा. वह अगले साल होने वाले जी2- सम्मेलन की मेजबानी करेगा.
ब्राजील के राष्ट्रपति ने इस अवसर पर दुनिया से भुखमरी खत्म करने के लिए प्रयास और तेज करने की जरूरत बताई. उन्होंने कहा,’महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते वक्त मैं काफी भावुक हो गया था. सब जानते हैं कि मेरे राजनीतिक जीवन में महात्मा गांधी का कितना महत्व है. उन्होंने कहा कि ब्राजील की 3 प्राथमिकताएं सामाजिक न्याय और भुखमरी के खिलाफ लड़ाई, सतत विकास और दुनिया के संस्थानों में बदलाव होंगी.
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आइए जानते है, G20 के नए अध्यक्ष ब्राजील से जुड़ी खास बातें..
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क्षेत्रफल में भारत से भी बड़ा है ब्राजील
ब्राजील क्षेत्रफल के हिसाब से दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा देश है. जनसंख्या के मामले में इसका स्थान दुनिया में 7वां है. ब्राजील क्षेत्रफल में भारत से भी बड़ा है. ब्राजील की जनसंख्या इस समय 22 करोड़ के आसपास है जो दुनिया की कुल जनसंख्या की करीब 2.70 फीसदी है. ब्राज़ील में जन्मदर में लगातार कमी आ रही है लेकिन यहां किशोरों में बढ़ती प्रेग्नेंसी, नई समस्या बनकर उभर रही है. इस पर क़ाबू पाने के लिए सरकार ने एक कैंपेन शुरू किया है, जिसका टैगलाइन है, ‘किशोरावस्था पहले, गर्भावस्था बाद में.’
फुटबॉल के दीवाने इस देश की राजधानी ब्रासीलिया है और पुर्तगाली यहां की आधिकारिक भाषा.चिली और इक्वाडोर को छोड़कर ब्राजील, दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के शेष सभी देशों के साथ सीमा साझा करता है. माना जाता है कि ब्राजील का नाम, ब्रासील पेड़ के नाम पर रखा गया है और इसका अधिकतम हिस्सा भूमध्यरेखीय वृत्त के दक्षिण में आता है. इसकी मुद्रा रियाल है.
1822 में मिली आजादी
ब्राजील एक समय पुर्तगाल की दासता में था, इसे 7 सितंबर 1822 को आजादी मिली. वर्ष 1825 में ब्राजील का पहला संविधान बना. इस देश की राजधानी पहले रियो डि जेनेरो थी लेकिन 1960 में ब्रासीलिया कोराजधानी बनाया गया. रियो शहर में स्थित जीसस क्राइस्ट की 30 मीटर ऊंची मूर्ति ‘क्राइस्ट द रिडीमर’ दुनिया के सात अजूबों में शामिल है.इस मूर्ति का वजन लगभग 635 टन है और यह कोरकोवाडो पर्वत के शीर्ष तिजुका नेशनल फॉरेस्ट में स्थित है.क्राइस्ट द रिडीमर’ को रियो डी जेनेरो और ब्राजील का प्रतीक के तौर पहचान मिली हुई है.
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दुनिया में कॉफी का सबसे बड़ा उत्पादक
ब्राजील दुनिया में सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक देश है.पिछले 150 साल से इसे दुनिया में सबसे ज्यादा कॉफी उत्पादन करने वाले देश का रुतबा हासिल है. यह संतरे, गन्ना सोयाबीन और पपीते के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है.वैसे, सबसे अधिक काफी उत्पादन करने वाला ब्राजील ड्रग तस्करी और अपराध के मामले में बेहद बदनाम है.यहां क्राइम रेट काफी अधिक है. ब्राजील दक्षिण अमेरिका का एकमात्र देश है जो ओलिंपिक खेलों की मेजबानी कर चुका है.
ब्राजील में है अमेजन फॉरेस्ट का बड़ा हिस्सा
दुनिया के 25 लाख से ज्यादा कीटों-जीवों की प्रजातियों का घर माना जाने वाला अमेजन फॉरेस्ट 55 लाख वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैला है,अपने विशाल स्वरूप के कारण इसे ‘दुनिया का फेफड़ा’ कहा जाता है. अमेजन के जंगलों में 16 हजार से ज्यादा पेड़-पौधों की प्रजातियां हैं और इसमें करीब 39 हजार करोड़ पेड़ मौजूद हैं. यह यूरोपीय संघ के देशों से क्षेत्रफल में करीब डेढ़ गुना बड़ा है. अमेजन फॉरेस्ट का करीब 60 फ़ीसदी ब्राज़ील, 13 फ़ीसदी पेरू, 10 फ़ीसदी कोलंबिया और बाकी का हिस्सा इक्वेडोर, गुयाना, वेनेज़ुएला, बोलिविया, सूरीनाम और फ्रेंच गुयाना से होकर गुज़रता है. माना जाता है कि अमेजन के जंगलों में 400 से 500 से ज्यादा आदिवासी जातियां रहती हैं. अमेजन फॉरेस्ट इतना बड़ा और विशाल है कि यह 9 देशों की सीमाओं को छूता है.
2003 में भी ब्राजील के राष्ट्रपति रहे हैं लूला
ब्राज़ील एक संघीय राष्ट्रपति संवैधानिक गणतंत्र है और वर्तमान में लूला दा सिल्वा ब्राजील के राष्ट्रपति हैं. वे वर्कर्स पार्टी के सदस्य हैं. 27 अक्टूबर 1945 को जन्मे लूला इससे पहले वर्ष 2003 से 2010 तक भी ब्राजील के राष्ट्रपति का पद संभाल चुके हैं. वर्ष 1980 में उनकी अगुवाई में शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों और संघ नेताओं के एक समूह ने पार्टिडो डॉस ट्रैबलहैडोर्स (पीटी) या वर्कर्स पार्टी की स्थापना की.यह पार्टी ब्राजील की सैन्य सरकार के बीच बनाई गई प्रगतिशील विचारों वाली एक वामपंथी पार्टी है. लूला ने अपना पहला चुनाव 1989 में लड़ा और हार गए.वह 1990 के दशक में दो और चुनाव भी हार गए, लेकिन आखिरकार 2003 में राष्ट्रपति बने और सात साल तक इस पद पर रहे.2022 में उन्होंने फिर ब्राजील के राष्ट्रपति का पद संभाला है.
भारत और ब्राजील के बीच रिश्ते
भारत और ब्राजील के बीच संबंध वर्षों पुराने हैं लेकिन हाल के वर्षों में इन्होंने नए आयाम स्थापित किए हैं. दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध 1948 में स्थापित हुए,उसी वर्ष दोनों देशों ने दूतावास खोले.शीतयुद्ध के दौरान दोनों देशों के आपसी संबंधों का ताना-बाना टूटता दिखाई दिया.दरअसल गोवा की आज़ादी और उसे भारत में शामिल किए जाने को लेकर ब्राजील के रुख ने दोनों देशों के रिश्तों को प्रभावित किया था. गोवा में पुर्तगाल की मौजूदगी को ब्राजील सही मानता था और उसने गोवा को आज़ाद कराने को लेकर भारत द्वारा की गई सैन्य कार्यवाही को भी अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन बताया था.21 सदी में दोनों देशों के रिश्तों में जमी गर्द छंटी जब दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र में सहयोग के लिए 2003 में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए. भारत और ब्राजील ने आपसी चिंता के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों को कवर करने के लिए 2006 में एक रणनीतिक वार्ता तंत्र की स्थापना की. वर्ष 2007में इनके बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग तिगुना होकर $ 1.2 बिलियन से $3.12 बिलियन अमेरिकी तक पहुंच गया.वर्ष 2016 में दोनों राष्ट्रों के बीच व्यापार बढ़कर 5.64 यूएस डॉलर तक पहुंच गया था.