प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित सिलक्यारा सुरंग में पिछले 17 दिन से फंसे सभी 41 श्रमिकों के सुरक्षित निकाले जाने को भावुक करने वाला क्षण बताया. उन्होंने कहा, “उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है. टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है. मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं.”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे. इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है.”
उन्होंने कहा, “मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं. उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है. इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है.”
इससे पहले, उत्तराखंड में सिलक्यारा सुरंग में पिछले 17 दिन से फंसे सभी श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. अधिकारियों ने बताया कि श्रमिकों को एक-एक करके 800 मिमी के उस पाइप के जरिए बाहर निकाला गया, जिसे मलबे में ड्रिल करके डाला गया था. सभी श्रमिक सुरक्षित हैं. मजदूरों को निकाले जाने के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह भी मौजूद रहे.
इससे पहले अभियान से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि शाम सात बजकर पांच मिनट पर सुरंग के अवरूद्ध हिस्से में फैले मलबे की खुदाई कर पाइप आर-पार पहुंचाई गई. चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था, जिससे उसमें 41 श्रमिक फंस गए थे.