यूक्रेन ने कहा है कि उसने रविवार रात अज़ोव सागर के ऊपर एक “पूरी तरह से योजनाबद्ध और क्रियान्वित ऑपरेशन” में 274 मिलियन पाउंड (2,792.8 करोड़ रुपए) के रूसी जासूसी विमान को मार गिराया है. बीबीसी ने यूक्रेनी सेना प्रमुख जनरल वलेरी ज़ालुज़नी के हवाले से कहा कि वायु सेना ने ए-50 लंबी दूरी के रडार का पता लगाने वाले विमान और एक इल्यूशिन आईएल-22 एयर कंट्रोल सेंटर को ‘नष्ट’ कर दिया है. सोवियत काल के ए-50 विमान में मिसाइलों और दुश्मन के जेट विमानों का पता लगाने की क्षमता है और इसे हवाई कमांड सेंटर के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. बीबीसी ने कहा कि संभवतः रूस के पास छह ऑपरेशन ए-50 सेवा में हैं. डिफेंस थिंक टैंक ‘रुसी’ के एयर वॉर स्पेशलिस्ट जस्टिन ब्रोंक ने बीबीसी को बताया कि अगर पुष्टि हो जाती है, तो ए-50 का नुकसान रूस की वायु सेना के लिए “अत्यधिक परिचालन रूप से महत्वपूर्ण और शर्मनाक नुकसान” होगा. रूसी अधिकारियों ने हमलों के बारे में किसी भी “जानकारी” से इनकार किया है, लेकिन प्रमुख युद्ध समर्थक रूसी टिप्पणीकारों ने कहा है कि ए-50 का नुकसान इस युद्ध में बहुत मायने रखेगा. लेकिन यूक्रेनी मीडिया ने सरकारी अधिकारियों के हवाले से पुष्टि की कि विमान वास्तव में मार गिराया गया था. देश के आरबीसी रेडियो ने यहां तक दावा किया कि यह आईएल-22 के चालक दल द्वारा नियंत्रकों को एसओएस रेडियो भेजने की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग थी. फोर्ब्स के अनुसार, चालक दल ने कहा, “तत्काल एम्बुलेंस और अग्निशमन दल से अनुरोध किया जा रहा है.” बातचीत की रिकॉर्डिंग भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई है.