भारत सरकार ने चावल और प्याज की बढ़ती कीमतों को रोकने के लिए इनके एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया था. हालांकि, अब विदेश मंत्रालय की अपील पर दो देशों को चावल और प्याज का एक्सपोर्ट करने की तैयारी की जा रही है. भारत सरकार जल्द ही मॉरीशस को 14 हजार टन गैर बासमती चावल और कतर को 7500 टन प्याज भेज सकती है. यह डील नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट लिमिटेड (NCEL) के जरिए की जा सकती है.
प्याज के एक्सपोर्ट पर से इसी महीने हटा प्रतिबंध
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार, चावल के निर्यात पर प्रतिबंध के बावजूद विदेश मंत्रालय की अपील पर यह फैसला जल्द लिया जा सकता है. प्रोडक्शन में कमी के बावजूद भारत के रणनीतिक सहयोगी इन देशों की मदद की जा रही है. सरकार ने गैर बासमती चावल के एक्सपोर्ट पर पिछले साल जुलाई में और प्याज पर दिसंबर में रोक लगा दी थी. हालांकि, भारत सरकार ने इसी महीने की शुरुआत में प्याज के निर्यात पर से प्रतिबंध हटा लिया था. मगर, मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस 550 डॉलर तय करने के साथ ही 40 फीसदी एक्सपोर्ट ड्यूटी भी लगा दी थी.
इस फैसले को वरिष्ठ अधिकारियों से मिलनी है मंजूरी
उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय ने मॉरीशस के लिए 24 हजार टन गैर बासमती चावल और कतर के लिए 14 हजार टन प्याज भेजने की मांग की थी. मगर, मॉरीशस को 14 हजार टन गैर बासमती चावल और कतर को 7500 टन प्याज ही भेजने की मंजूरी मिली है. हालांकि, इस फैसले को अभी वरिष्ठ अधिकारियों से मंजूरी का इंतजार है. चावल और प्याज के निर्यात पर बैन लगने के बावजूद भारत सरकार अन्य देशों की सरकार की डिमांड पर इनका निर्यात करती रही है.
पहले भी कई देशों को भेजा है चावल और प्याज
बैन के बाद सरकार ने बांग्लादेश, यूएई, भूटान, बहरीन, मॉरीशस और श्रीलंका को 99,150 टन प्याज भेजा था. साथ ही 27.7 लाख टन गैर बासमती चावल 14 एशियाई और अफ्रीकी देशों को भेजा था. इनमें सिंगापुर, नेपाल, मलेशिया और फिलीपींस जैसे देश शामिल थे.