अगर आप इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी आईपीओ (IPO) में निवेश करते हैं तो आपके लिए काम की खबर है. दरअसल, देश के मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी (SEBI) ने शुक्रवार (24 मई) को पब्लिक इश्यू के लिए ऑफर डॉक्यूमेंट्स में कंपनियों के डिस्क्लोजर को ऑडियो-विजुअल (AV) के रूप में पेश करने का फैसला किया है.
इस कदम से निवेशकों को किसी पेशकश की प्रमुख विशेषताओं के बारे में आसानी से समझने में मदद मिलेगी. इस तरह के एवी को सभी मुख्य आईपीओ के लिए तैयार किया जाएगा और उसे सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराया जाएगा. शुरुआत में यह अंग्रेजी और हिंदी में होगा.
मार्केट रेगुलेटर ने एक सर्कुलर में कहा कि यह रूपरेखा 1 जुलाई या उसके बाद स्वैच्छिक आधार पर और 1 अक्टूबर से अनिवार्य रूप से सेबी के पास दाखिल होने वाले सभी डीआरएचपी पर लागू होगी. सेबी ने कहा कि यह फैसला लिया गया है कि पब्लिक इश्यू के लिए डीआरएचपी, आरएचपी और प्राइस बैंड विज्ञापन में किए गए खुलासों को आसानी से समझाने के लिए ऑडियो-विजुअल फॉर्मेट भी उपलब्ध कराए जाएंगे.
रियल टाइम डेटा शेयरिंग को लेकर SEBI ने जारी की गाइडलाइन
सेबी ने लिस्टेड कंपनियों के शेयरों के रियल टाइम के प्राइस डाटा को विभिन्न प्लेटफॉर्म सहित तीसरे पक्ष के साथ शेयर करने के लिए शुक्रवार को गाइडलाइन जारी की है. सेबी ने कुछ ऑनलाइन गेमिंग मंच, ऐप, वेबसाइट पर वर्चुअल लेनदेन सेवाएं या फंतासी गेम के बारे में यह पाया था कि ये लिस्टेड कंपनियों के रियल टाइम के शेयर मूल्यों के उतार-चढ़ाव पर आधारित हैं. मार्केट रेगुलेटर ने एक परिपत्र में कहा कि रियल टाइम मूल्य आंकड़े के दुरुपयोग या अनधिकृत उपयोग को रोकने के लिए कुछ खास नियम लागू होते हैं.