महाराष्ट्र में एनसीपी को मिली करारी हार के बाद आज अजित पवार ने एक बैठक बुलाई थी. इस मीटिंग में मंत्रिमंडल विस्तार समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई.
अजित पवार एनसीपी महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव में महायुति की हार के बाद कुछ विधायकों और नेताओं के सत्तारूढ़ गठबंधन छोड़ने की उम्मीद है.
इस खतरे को समझते हुए अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) अगले 15 दिनों में राज्य में कैबिनेट विस्तार का प्रस्ताव दे सकती है. आज अजित पवार के मुंबई स्थित देवगिरी बंगले पर एनसीपी नेताओं की बैठक हुई.
सूत्रों ने जानकारी दी है कि इस बैठक के बाद एनसीपी महागठबंधन में शामिल शिंदे गुट और बीजेपी के सामने कैबिनेट विस्तार का प्रस्ताव रखेगी.
मुंबई में अजित पवार के गुट की बैठक में लोकसभा चुनाव में हार के कारणों पर चर्चा हो रही है. इसमें नेता अपने विचार रख रहे हैं. यह निष्कर्ष निकाला गया कि लोकसभा में हार का कारण पार्टी के भीतर नाराजगी थी.
राज्य में सत्ता आने के बाद नेताओं और कार्यकर्ताओं को खुश रखना था. इसी के अनुरूप राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार होना चाहिए. निगमों को वितरित किया जाना चाहिए. अजित गुट के नेताओं की राय है कि अगर कार्यकर्ताओं और नेताओं को स्थिर रखना है तो इस पर ध्यान देने की जरूरत है.
एनसीपी को सत्ता में आए एक साल हो गया है, अभी तक नए मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हुआ है. एनसीपी के कोटे से कैबिनेट का खाता अभी भी खाली है.
शिंदे समूह के मंत्री संदीपन भुमरे छत्रपति संभाजीनगर से लोकसभा के लिए चुने गए हैं. इसलिए उनका मंत्री पद खाली हो गया है. अब अजित पवार की मांग है कि अगले 15 दिनों में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित कर इस मंत्री पद को भरें.
अजित पवार गुट अन्य विभागों के राज्य मंत्रियों के पद भी बांटने की मांग करेगा. देखना होगा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस इस पर क्या रुख अपनाते हैं.