नीट परीक्षा को लेकर जिस तरह पूरे देश में हंगामा मचा है उसे देखकर यह सवाल उठने लगा है कि क्या नीट यूजी परीक्षा के नतीजे रद्द किए जाएंगे और नीट यूजी की परीक्षा एक बार फिर से कराई जाएगी. बता दें कि जब मई में नीट यूजी के पेपर हो रहे थे उस समय भी कई जगहों पर पेपर लीक की सूचनाएं आईं थीं तब भी तमाम अभ्यर्थियों ने इसको कैंसिल करने और दोबारा पेपर कराने की मांग की थी लेकिन उस समय इस पर कुछ नहीं हुआ. अब जब रिजल्ट आया है तो एक बार फिर यह मामला गर्म हो गया है. हालांकि इस पर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है. आइए समझते हैं कि पूरा मामला है क्या?
NEET Exam 2024: क्या है पूरा मामला
वर्ष 2024 में नीट की परीक्षा में लगभग 24 लाख बच्चे शामिल हुए थे, इनमें से 13 लाख से अधिक पास हुए. इसमें भी खास बात यह है कि इस बार की नीट परीक्षा के रिजल्ट में 67 बच्चों को टॉपर घोषित किया गया है. इन टॉपर्स को 720 में से 720 अंक मिले हैं. कुछ बच्चों को 718 और 719 नंबर तक मिले हैं. जिसके बाद नीट रिजल्ट को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. तमाम लोगों ने रिजल्ट को लेकर परीक्षा कराने वाली एजेंसी एनटीए को भी कठघरे में खड़ा किया है, हालांकि एनटीए ने अपने आरोपों पर सफाई भी दी है. उसके बाद भी कुछ अभ्यर्थियों ने मध्य प्रदेश हाईकोई में नीट के रिजल्ट को लेकर याचिका दायर कर दी है. इससे पहले जब नीट की परीक्षा 5 मई 2024 को हुई थी. उस समय राजस्थान के एक परीक्षा केंद्र पर यूजी पेपर लीक की खबरें आईं थीं, जिसके बाद नीट यूजी परीक्षा के पेपर लीक का हवाला देते हुए कुछ उम्मीदवारों ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की और इस परीक्षा को नए सिरे से कराने की मांग की. सुप्रीम कोर्ट ने जुलाई में सुनवाई करने की बात कही है. अब जब नीट का रिजल्ट आ गया है, तो मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में कुछ अभ्यर्थियों ने इसको लेकर याचिका दायर की है.
पहले भी हो चुका है ऐसा मामला?
वर्ष 2015 में एमबीबीएस, बीडीएस एडमिशन के लिए नेशनल लेवल मेडिकल प्रवेश परीक्षा AIPMT ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट हुआ करती थी. तब यह परीक्षा सीबीएसई कराता था. उस समय भी पेपर लीक की खबरें आईं थीं. आरोप था कि एग्जाम सेंटर्स पर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस पर स्टूडेंट्स को क्वेश्चन पेपर के आंसर (Answer Key) भेजे गए हैं. उस समय भी यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था. तब 3 मई को परीक्षा हुई थी और 5 जून को रिजल्ट आना था. कोर्ट ने 15 जून को दिए अपने फैसले में कहा कि मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम कैंसिल किया जाएं और परीक्षा 4 हफ्ते में दोबारा से ली जाए. अब इस बार कोर्ट का क्या फैसला होता है, यह तो देखने वाली बात है, लेकिन इस बार परीक्षा कैंसिल जैसी कोई बात नजर नहीं आ रही.