हाइलाइट्स
नरेंद्र मोदी के तीसरे शपथ ग्रहण समारोह में बस कुछ ही घंटे बचे हैं.
बिहार समेत देशभर की निगाहें मोदी कैबिनेट में सीटों के बंटवारे पर टिकी हैं.
पिछली बार जहां बिहार से 4 मंत्री शामिल थे. वहीं इस बार यह संख्या 10 हो सकती है.
पटना/नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी आज शाम राष्ट्रपति भवन में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. नरेंद्र मोदी के तीसरे शपथ ग्रहण समारोह में बस कुछ ही घंटे बचे हैं. ऐसे में सभी की निगाहें मोदी कैबिनेट में सीटों के बंटवारे पर टिकी हैं.
इस बार एनडीए की सरकार में बिहार के राजनीतिक दलों की बड़ी भूमिका को देखते हुए जेडीयू, बीजेपी, एलजेपीआर और हम पार्टी के नेता मंत्री बनने वाले हैं. अभी तक को जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक आज शाम बिहार से जेडीयू के 2, बीजेपी के 4, एलजेपीआर के 1 और हम के 1 नेता मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं.
सूत्रों के अनुसार मोदी कैबिनेट में इस बार बिहार की बड़ी हिस्सेदारी देखने को मिल सकती है. हालांकि आज बिहार से कुछ ही मंत्रियों की शपथ दिलाई जाएगी.
वहीं बिहार के कुछ बाकी बचे चेहरों को मंत्रिमंडल विस्तार के समय मोदी कैबिनेट में शामिल किया जाएगा. जानकारी के अनुसार पिछली बार जहां मोदी मंत्रिमंडल बिहार से 4 मंत्री शामिल थे. वहीं इस बार यह संख्या 10 हो सकती है. मोदी कैबिनेट में बिहार की अलग-अलग जातियों की भूमिका को देखते हुए उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी.
छ्वष्ठ कोटे से इन नेताओं को बनाया जाएगा मंत्री
इस बार एनडीए सरकार में जेडीयू कोटे से किन सांसदों को मंत्री पद मिलेगा अब इसकी तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है. जानकारी के अनुसार, जेडीयू के अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने खास माने जाने वाले सहयोगियों के साथ-साथ जातिगत समीकरण को साधते हुए दो नाम पर मुहर लगा दी है.
ललन सिंह: सीएम नीतीश कुमार ने जिन दो नामों पर मुहर लगाई है उसमें पहला नाम है राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन का है. ललन सिंह जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं और इस बार मुंगेर से सांसद चुने गए हैं. इसके साथ ही वह नीतीश कुमार के बेहद खास माने जाते हैं. इनके अनुभव और नीतीश कुमार के भरोसेमंद होने का फायदा इन्हें मिला है. माना जा रहा है कि ललन सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल करा कर नीतीश कुमार इनके अनुभव का लाभ बिहार के विकास के लिए तो करेंगे ही साथ ही सवर्ण वोटरों, खासकर भूमिहार के मतदाताओं को भी बड़ा मैसेज देंगे.
रामनाथ ठाकुर: भारत रत्न से सम्मानित स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर के बेटे राम नाथ ठाकुर को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. रामनाथ ठाकुर अति पिछड़ा समाज से आते हैं. दरअसल, बिहार में अति पिछड़ा समाज की आबादी लगभग 36 प्रतिशत है जो विधान सभा चुनाव में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है. नीतीश कुमार राम नाथ ठाकुर के बहाने जातिगत समीकरण साधना चाहते हैं. ऐसा करके नीतीश कुमार जदयू के लिए आने वाले विधान सभा चुनाव में अति पिछड़ा वोटरों का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे.
देवेश चंद्र ठाकुर: माता सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले जेडीयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर भी मंत्री बनने की लिस्ट में आगे चल रहे हैं. बता दें, देवेश चंद्र ठाकुर ने आरजेडी के उम्मीदवार अर्जुन राय को शिकस्त दी थी. एनडीए ने सीटिंग सांसद सुनील कुमार पिंटू का टिकट काटकर देवेश चंद्र ठाकुर को टिकट दिया था.
BJP से इन्हें मिल सकता है मंत्री बनने का मौका
सूत्रों के हवाले से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक आज बिहार से बीजेपी कोटे से तीन मंत्री बनाए जाएंगे. वहीं कुछ अन्य चेहरों को मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. बीजेपी कोटे से मंत्री बनाए जाने वाले नेताओं के संभावित नाम भी सामने आ गए हैं
गिरिराज सिंह: जानकारी के अनुसार, बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह को दोबारा मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है. उन्हें लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीतने का इनाम मिल सकता है. गिरिराज सिंह भूमिहार समाज से आते हैं और २०१९ के चुनाव में उन्होंने सीपीआई के कन्हैया कुमार को इसी सीट से मात दी थी तो २०२४ में सीपीआई के अवधेश राय के लिए इंडी अलायंस के पूरी ताकत लगाने के बाद भी गिरिराज सिंह जीते हैं. खास बात यह कि वे पीएम मोदी के करीबी कहे जाते हैं.
नित्यानंद राय: बिहार के उजियारपुर से एक बार फिर सांसद बनने वाले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की दोबारा मोदी मंत्रिपरिषद में एंट्री हो सकती है. कहा जा रहा है कि कठिन परिस्थितियों में भी हार न मानते हुए जीत हासिल करने के लिए उन्हें मंत्री पद से नवाजा जा सकता है. इसके साथ ही वह गृह मंत्री अमित शाह के मंत्रालय से जुड़े हैं और उनके विश्वासपात्र भी कहे जाते हैं. खास बात यह है कि पिछड़े वर्ग से आने वाले नित्यानंद राय यादव जाति से आते हैं.
गोपाल जी ठाकुर: दूसरी ओर दरभंगा से गोपाल जी ठाकुर के नाम की चर्चा है, लेकिन उनके मंत्री बनने की संभावना कम होती जा रही है. दरअसल, दरभंगा से जीतने वाले गोपाल जी ठाकुर ब्राह्मण जाति से आते हैं. ब्राह्मण जाति को साधने और मिथिलांचल क्षेत्र का ध्यान रखते हुए गोपाल जी ठाकुर को बीजेपी कोटे से मंत्री बनाए जाने की चर्चा काफी तेज है. लेकिन, जदयू के राज्यसभा सांसद संजय झा की दावेदारी दमदार लग रही है, ऐसे में गोपाल जी ठाकुर का नंबर आना मुश्किल लग रहा है.
संजय जायसवाल: वहीं, वैश्य समाज से आने वाले बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व पूर्वी चंपारण से फिर सांसद चुने गए संजय जायसवाल की बड़ी दावेदारी है. उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है. दरअसल, संजय जायसवाल लगातार लोकसभा चुनाव जीत रहे हैं. साथ ही संगठन में काम करने का उनका लंबा अनुभव है. ऐसे में माना जा रहा है बनिया (वैश्य) वोट बैंक को साथ रखने के लिए जायसवाल को इस बार कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है.
राजभूषण निषाद: मुजफ्फरपुर से सांसद चुने गए राजभूषण चौधरी ने पहली बार जीत दर्ज की है. वह निषाद समाज से आते हैं और उनका दावा भी जातीय समीकरण के हिसाब से कुछ मजबूत नजर आ रहा है. दरअसल, माना जा रहा है कि तेजस्वी यादव के साथ मिलकर मुकेश सहनी ने बीजेपी ने निषाद वोट बैंक में जबरदस्त सेंधमारी की है. ऐसे में राजभूषण चौधरी को केंद्र में राज्य मंत्री बनाया जा सकता है.
राजीव प्रताप रूडी: वहीं इस बार फिर से सारण सीट से चुनाव जीतने वाले सांसद राजीव प्रताप रूडी मंत्री बनने के रेस में आगे आ गए हैं. लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य को हराने के बाद इस बार राजीव प्रताप रूदी के मोदी कैबिनेट में शामिल होने की काफी अधिक संभावना है. बता दें, राजीव प्रताप रूडी मोदी सरकार पार्ट १ में भी मंत्रिमंडल में शामिल किए गए थे.
चिराग पासवान और जीतन राम मांझी भी लेंगे शपथ
आज शाम शपथ ग्रहण समारोह में बिहार से लोजपा राम विलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी भी मंत्री पद की शपथ लेंगे. चिराग पासवान जिनकी पार्टी रुछ्वक्कक्र ने इस बार शानदार प्रदर्शन किया है और उनके पांचों उम्मीदवार सांसद चुनकर आए हैं. एनडीए में अब चिराग की भूमिका और बढ़ गई है. ऐसे में इस बार चिराग पासवान का मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होना लगभग तय है. वहीं गया सांसद जीतन राम मांझी को भी मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिलनी पक्की है. जीतन राम मांझी दलित समुदाय से आते हैं. ऐसे में बिहार में आने वाले साल में विधानसभा चुनाव को देखते हुए मांझी की भूमिका और भी बढ़ जाएगी. जीतन राम मांझी का मंत्री बनना तय माना जा रहा है.