दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आज से तीन दिन पहले इंटेलिजेंस ब्यूरो के एक अधिकारी को टर्मिनल टू के पार्किंग एरिया में बेहोशी की हालत में पाया गया था. उस दिन गश्त पर निकले सीआईएसएफ के दो जवानों ने देवदूत बनकर इमिग्रेशन ब्यूरो में तैनात इन अधिकारी की जान बचाई थी. सीआईएसएफ के जवानों ने एक बार देवदूत का अवतार लिया है और एक यात्री को सिरहाने खड़ी मौत के चंगुल से बचा लाए हैं.
सीआईएसएफ के असिस्टेंट इंस्पेक्टर जनरल अखिलेश कुमार शुक्ल ने बताया कि यह मामला आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री का है. बोर्डिंग गेट संख्या 6 पर अपनी फ्लाइट का इंतजार कर रहे बलबीर सिंह नामक एक यात्री अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े. बलबीर सिंह के जमीन पर गिरते ही गेट नंबर छह यात्रियों के बीच हड़कंप मच गया. इसी बीच, बोर्डिंग गेट पर तैनात सीआईएसएफ के सब-इंस्पेक्टर लक्ष्मण उपाध्याय मौके पर पहुंच गए.
सीआईएसएफ की कोशिश लाई रंग और…
बलबील सिंह को देखते ही सब-इंस्पेक्टर लक्ष्मण उपाध्याय को हालात समझने में देर नहीं लगी. उन्होंने बिना देरी किए बलबीर सिंह को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) को देना शुरू कर दिया. कुछ ही देर में सब-इंस्पेक्टर लक्ष्मण उपाध्याय की कोशिशों के सकारात्मक असर दिखने लगे और बलबीर सिंह एक बार फिर होश में आ गए. इसी बीच, टर्मिनल थ्री पर मौजूद ड्यूटी डॉक्टर भी मौके पर पहुंच गए. प्राथमिक उपचार देने के बाद बलबीर सिंह को गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल शिफ्ट कर दिया.
तीन दिनों में जवानों ने बचाई दो जिंदगी
सीआईएसएफ के एआईजी अखिलेश कुमार शुक्ल ने बताया कि बलबीर सिंह को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-185 से वैंकूवर के लिए रवाना होना था. उल्लेखनीय है कि 9 जून को भी एक ऐसा भी मामला आईजीआई एयरपोर्ट पर देखने को मिला था. जब टर्मिनल टू की पार्किंग में इमिग्रेशन ब्यूरो में तैनात आईबी अधिकारी को सीपीआर देकर सीआईएसएफ के जवानों ने उनकी जान बचाई थी. इस प्रकार, बीते तीन दिनों के भीतर सीआईएसएफ के जवानों ने अपनी कोशिशों से दो जान बचाई हैं.