छत्तीसगढ़ में अब दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो गई हैं. मौसम विभाग के अनुसार अगले चार से पांच दिनों में दक्षिण पश्चिम मानसून प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी फैलने की संभावना है. वहीं सोमवार 17 जून से छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छी बारिश की संभावना बनी हुई है. इसके साथ ही अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी. हालांकि रविवार को सरगुजा संभाग के कुछ क्षेत्रों में लू चलने की आशंका बनी हुई है. शनिवार को प्रदेशभर में कोरबा सर्वाधिक गर्म रहा. कृषि विज्ञान केंद्र कोरबा का अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया .
राजधानी रायपुर में शनिवार को धूप-छांव की स्थिति रही. सुबह आसमान में घने बादल छाए रहे लेकिन दोपहर में सूरज की किरणों ने खूब तपाया. इससे लोग गर्मी और उमस से परेशान होते रहे. शाम के समय आसमान में घने बादल छाए मगर बारिश नहीं हुई. रात में बूंदाबांदी होती रही. मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में रविवार के बाद अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट होने की संभावना है. वहीं 17 जून से प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में वृद्धि हो सकती है. वहीं सरगुजा संभाग के एक-दो हिस्सों में रविवार को ग्रीष्म लहर चलने की संभावना है.
गरज-चमक के साथ वज्रपात होने की संभावना
प्रदेश में 24 घंटे में भाटापारा, डौंडीलोहारा, मोहला, मैनपुर, बलरामपुर, अंबागढ़ चौकी, भानुप्रतापपुर, राजनांदगांव, बालोद, गुंडरदेही में बारिश रिकॉर्ड हुई, लेकिन राजधानीवासी भीषण गर्मी से हलाकान रहे. मौसम विशेषज्ञ संजय बैरागी के अनुसार शुक्रवार की तरह शनिवार को भी दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा नवसारी, जलगांव, अमरावती, चंद्रपुर, बीजापुर, सुकमा, मलखानगिरी, विजयनगरम और इस्लामपुर रही.
अगले चार-पांच दिनों में प्रदेश के और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के पहुंचने की संभावना जताई गई है. एक पूर्व पश्चिम द्रोणिका पश्चिमी बिहार से मेघालय तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है जिसके कारण रविवार को प्रदेश में एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात होने की संभावना है.