नीट यूजी पेपर लीक मामले में गड़बड़ी पाए जाने के बाद एनटीए के चीफ सुबोध कुमार को हटाए जाने के पीछे बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओयू) की जांच बड़ी वजह मानी जा रही है. क्योंकि ईओयू ने अपनी जांच में बताया है कि हजारीबाग में परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र के स्टोरेज, हैंड ओवर और ट्रांसपोर्टेशन तक में लापरवाही बरती गई है. रविवार को ईओयू ने ने प्रेस रिलीज के जरिए अबतक की पूरी जांच की जानकारी दी. साथ ही ईओयू ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया है कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की इस पूरे मामले में क्या भूमिका रही है और कैसे अभ्यर्थियों तक पेपर पहुंचाए गए हैं. साथ ही सॉल्वर गैंग के माध्यम से उन सभी प्रश्नों का हल ढूंढकर छात्रों को रटवाए गए हैं.
ईओयू ने बताया कि एनटीए के द्वारा उपलब्ध कराए गए परीक्षा से संबंधित निर्धारित सुरक्षा मानकों, जिसमें प्रश्न पत्र की ट्रांसपोर्टेशन, स्टोरेज, हैंड ओवर व टेक ओवर के मानक भी शामिल हैं, जिसके विश्लेषण से पता चला की संबंधित के द्वारा इनका अनुपालन पूर्ण रूप से नहीं किया गया है, जिसके चलते इनके द्वारा प्रश्न पत्रों के बक्सों और एंवेलेप से हुई छेड़छाड़ को नहीं पकड़ा जा सकता है. इस पूरी चेन ऑफ कस्टडी में किस स्तर पर एवं किस समय ब्रीच हुआ है, इस संबंध में गहन अनुसंधान किया जा रहा है.
साथ ही यह भी बताया है कि हजारीबाग के संबंधित परीक्षा केंद्र oasis स्कूल, कल्लु चौक, से प्रश्न पत्र की पैकिंग के संदिग्ध पॉलीबैग, संबंधित अभ्यर्थी से बरामद किए गए मूल प्रश्न पत्र की पैकिंग एवं संबंधित पैकिंग ट्रंक में प्रारंभिक जांच में इन सभी के साथ छेड़छाड़ हुई है. ईओयू ने अपने प्रेस रिलीज में यह भी बताया है कि पूरे मामले की जांच निर्देश के मुताबिक सीबीआई को सौंपी जा रही है. बता दें कि ईओयू ने बीते रविवार को झारखंड के देवघर से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें चिंटू नाम का आरोपी भी शामिल है. चिंटू से ईओयू की पूछताछ जारी है.