भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने बुधवार को अपने पांचवें बुनियादी ढांचा बॉन्ड के जरिये 10,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं. सबसे खास बात ये रही कि बॉन्ड के लिए एसबीआई एफडी से भी ज्यादा ब्याज दे रहा है. यही कारण रहा कि बैंक को सिर्फ 10 हजार करोड़ रुपये की जरूरत थी और निवेशकों ने 20 हजार करोड़ रुपये की बोली लगा दी. एसबीआई ने इस इन्फ्रा बॉन्ड के लिए निवेशकों को 7.36 फीसदी का ब्याज ऑफर किया है.
एसबीआई ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि इस निर्गम को निवेशकों से जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली और 19,884 करोड़ रुपये से अधिक की बोलियां प्राप्त हुईं. इसे 5,000 करोड़ रुपये के आधार निर्गम आकार के मुकाबले लगभग चार गुना अधिक सब्सक्रिप्शन मिला है. बैंक ने कहा कि उसे कुल 143 बोलियां मिलीं, जो बोलियों की विविधता के साथ व्यापक भागीदारी का संकेत देता है.
किसने किया बॉन्ड में निवेश
एसबीआई का यह बॉन्ड खुदरा निवेशकों के लिए नहीं था. इसमें निवेश करने वालों में सिर्फ संस्थागत निवेशक ही शामिल रहे. एसबीआई के बॉन्ड में भविष्य निधि, पेंशन कोष, बीमा कंपनियों, म्यूचुअल फंड, कॉरपोरेट्स आदि ने ही बोली लगाई थी. बैंक ने कहा कि निवेशकों को इस बॉन्ड पर सालाना 7.36 फीसदी का ब्याज दिया जाएगा और यह 15 साल के लांग टर्म के लिए होगा. आपको बता दें कि एसबीआई के 10 साल की एफडी पर अभी 6.10 फीसदी का ही सालाना ब्याज मिल रहा है.
कहां खर्च होगा पैसा
बैंक ने कहा कि बॉन्ड के माध्यम से मिलने वाली राशि का उपयोग बुनियादी ढांचे और किफायती आवास क्षेत्रों के वित्तपोषण के लिए किया जाएगा. इसका मतलब है कि होम लोन में ग्रोथ लाने के लिए एसबीआई ने यह बॉन्ड जारी किया है. बीते कुछ समय से बैंकों में जमा की दर घट रही है, जबकि लोन लेने वालों की संख्या बढ़ती जा रही. सही कारण है कि एसबीआई को बॉन्ड के जरिये बाजार से रकम जुटानी पड़ रही है.